एक दो नहीं 2900 जगहों पर जलाई जा रही है पराली, NASA की इन तस्‍वीरों ने खोली पोल

दिल्‍ली-हरियाणा और एनसीआर के अन्‍य राज्‍यों में स्‍कूलों को मंगलवार तक बंद कर दिया गया है । प्रदूषण की हालत बद से बदतर हो चली है ।

New Delhi, Nov 04: दिल्‍ली के प्रदूषण की बहुत बड़ी वजह पराली का जलाना माना जा रहा है, दिल्‍ली सरकार ये बार-बार कह रही है लेकिन बावजूद इसके पड़ोसी राज्‍य इस बात से इनकार कर रहे हैं कि ऐसा हो रहा है । लेकिन अब इस झूठ की पोल खुलती नजर आ रही है । नारा की ओर से जारी सेटेलाइट इमेज में ये साफ पता चल रहा है कि दिल्‍ली के पड़ोसी राज्‍यों में एक दो जगह पर नहीं बल्कि लगभग 3000 जगहों पर पराली जलाई जा रही है, जिसका सीधा खामियाजा दिल्‍ली वालों को उठाना पड़ रहा है ।

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नासा की ओर से तस्‍वीरें जारीं
नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जारी कुछ तस्वीरों ने पराली न जलाने को   लेकर हो रहे दावों की पोल खोल कर रख दी है । नासा की ओर से रविवार 3 नवंबर 2019 को तस्‍वीरें जारी की गई है, जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि पंजाब और हरियाणा में कुल 2900 जगहों पर पराली जलाई जा रही थी । ये तस्वीरें भारतीय समय के अनुसार रविवार शाम करीब 5 बजे की बताई जा रही हैं ।

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हरियाणा के कुछ ही हिस्सों में जलाई जा रही है पराली
पराली जलाने वाले ज्‍यादातर हिस्‍से पंजाब के बताए जा रहे हैं, जबकि हरियाणा के बस कुछ ही इलाकों में ऐसा किया जा रहा है । नासा की तस्वीरों से साफ है कि हरियाणा में आंशिक जगहों पर जबकि पाकिस्तान के लाहौर और आसपास के इलाकों में भी आंशिक तौर पर पराली जलाई जा रही है । सबसे हैश्रान करने वाली बात ये कि पंजाब दिल्‍ली के हालात जानते हुए भी जबरदस्त तरीके से पराली जलाने के काम में लगा हुआ है ।

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दिल्‍ली-एनसीआर की हवा हुई दमघोंटू
दिल्‍ली एनसीओर में हवा का रविवार को गुणवत्‍ता आंकड़ा 900 अंक के पार हो गया था । ये खतरनाक ही नहीं बल्कि जानलेवा माना जा रहा है । सांस के रोगियों के मामले बढ़ रहे हैं और लोगों में सर्दी-जुकाम जैसे इनफेक्‍शन के लक्षण तेजी से नजर आने लगे हैं । दिल्‍ली-हरियाणा और एनसीआर के अन्‍य राज्‍यों में स्‍कूलों को मंगलवार तक बंद कर दिया गया है । प्रदूषण की हालत बद से बदतर हो चली है ।

राज्‍यों को निर्देश
आपको बता दें प्रदूषण के गंभीर हालातों को देखते हुए प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए रविवार को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उच्च स्तरीय बैठक की । जानकारी के अनुसार कैबिनेट सचिव दैनिक आधार पर दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण की स्थिति की निगरानी करेंगे । वहीं मुख्य सचिवों को 24 घंटे-सातों दिन अपने-अपने राज्यों के जिलों की निगरानी करने का निर्देश दिया गया है ।