राम मंदिर: विपक्ष का आया बड़ा बयान, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान लेकिन
अब राजनीतिक दलों का ध्यान अच्छे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अस्पताल बनाने एवं युवाओं को रोज़गार दिलाने पर होना चाहिए। वहीं आप छोड़ कांग्रेस में शामिल हो चुकी अल्का लांबा ने ट्वीट कर लिखा कि …
New Delhi, Nov 09: आयोध्या की विवादित भूमि पर रामलला का भव्य मंदिर बनेगा । सुप्रीम कोर्अ के इस अहम फैसले के बाद सभी राजनीतिक दलों से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं । विपक्ष ने कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए राम मंदिर निर्माण को लेकर अपनी खुशी जाहिर की है लेकिन साथ ही बीजेपी पर भी वार करना नहीं भूले हैं । हालांकि सभी दलों की ओर से देशवासियों को फैसले के बाद शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील पहले ही कर दी गई थी ।
कांग्रेस का बयान
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस की ओर से पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और फैसले पर कांग्रेस का पक्ष बताया । सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कोर्ट के फैसले का सम्मान करती है । कांग्रेस की ओर से कहा गया कि – देश में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और भाईचारे की भावना हमारे संविधान में निहित है । यह हम में से हर एक की जिम्मेदारी है कि वह उन सभी के बीच आपसी सम्मान और एकता की हमारी परंपरा की पुष्टि करे जिसने युगों के माध्यम से हमारे समाज को परिभाषित किया है।”
LIVE: Congress Party briefing by @rssurjewala, In-charge, Communications, AICC https://t.co/lt3ck9yGS2
— Congress Live (@INCIndiaLive) November 9, 2019
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान किया । उन्होने लिखा – अयोध्या प्रकरण अर्थात रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक विवाद के सम्बंध में फैसले पर इंतजार की घड़ी समाप्त हुई जिसपर आज मानीनय सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्णय सुनाया जाने वाला है। सभी लोगों से पुनः अपील है कि वे कोर्ट का फैसला स्वीकार करें व इसका सम्मान करें तथा शान्ति बनाए रखें।
अयोध्या प्रकरण अर्थात रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मालिकाना हक विवाद के सम्बंध में फैसले पर इंतजार की घड़ी समाप्त हुई जिसपर आज मानीनय सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्णय सुनाया जाने वाला है। सभी लोगों से पुनः अपील है कि वे कोर्ट का फैसला स्वीकार करें व इसका सम्मान करें तथा शान्ति बनाए रखें।
— Mayawati (@Mayawati) November 9, 2019
अरविंद केजरीवाल ने किया ट्वीट
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया – सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद SC की बेंच के पाँचों जजों ने एकमत से आज अपना निर्णय दिया। हम SC के फ़ैसले का स्वागत करते हैं। कई दशकों के विवाद पर आज SC ने निर्णय दिया। वर्षों पुराना विवाद आज ख़त्म हुआ। मेरी सभी लोगों से अपील है कि शांति एवं सौहार्द बनाए रखें ।
सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद SC की बेंच के पाँचों जजों ने एकमत से आज अपना निर्णय दिया। हम SC के फ़ैसले का स्वागत करते हैं। कई दशकों के विवाद पर आज SC ने निर्णय दिया। वर्षों पुराना विवाद आज ख़त्म हुआ। मेरी सभी लोगों से अपील है कि शांति एवं सौहार्द बनाए रखें
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 9, 2019
तेजस्वी यादव और अल्का लांबा के ट्वीट
आष्ट्रीय जनता दल से तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए आपसी भाईचारे को कायम रखने की अपील की । तेजस्वी ने लिखा – माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले का सहदय सम्मान। देश का प्रत्येक मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च हमारा ही है। कुछ भी और कोई भी पराया नहीं है। सब अपने है। अब राजनीतिक दलों का ध्यान अच्छे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अस्पताल बनाने एवं युवाओं को रोज़गार दिलाने पर होना चाहिए। वहीं आप छोड़ कांग्रेस में शामिल हो चुकी अल्का लांबा ने ट्वीट कर लिखा कि भारत कानून की भूमि है … हमें एक भारतीय के रूप में हमेशा उसके आदेश का सम्मान करना चाहिए और उसका सही सार समझना चाहिए।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले का सहदय सम्मान। देश का प्रत्येक मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च हमारा ही है। कुछ भी और कोई भी पराया नहीं है। सब अपने है।
अब राजनीतिक दलों का ध्यान अच्छे स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अस्पताल बनाने एवं युवाओं को रोज़गार दिलाने पर होना चाहिए।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 9, 2019
#India is the Land of Law… We as an Indian should always respect & obey Its order & Its true essence.🙏 🇮🇳.#AYODHYAVERDICT
— Alka Lamba 🇮🇳 (@LambaAlka) November 9, 2019
#AyodhyaVerdict पर कांग्रेस कार्यसमिति का बयान। pic.twitter.com/brmkTWfXsf
— Congress (@INCIndia) November 9, 2019