देवेन्द्र फडण्वीस दोबारा बनें सीएम, राज्यपाल ने दिलाई शपथ, शिवसेना के साथ हो गया खेल

शपथ लेने के बाद सीएम देवेन्द्र फडण्वीस ने कहा कि हमें सरकार बनाने का जनादेश मिला था, लेकिन शिवसेना ने दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन की कोशिश की।

New Delhi, Nov 23 :  महाराष्ट्र में सियासी गहमागहमी अगले दौर में पहुंच चुका है, तमाम अटकलों और कयासबाजियों के बीच राज्य में बीजेपी ने एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली है, बीजेपी के देवेन्द्र फडण्वीस ने दोबारा सीएम के तौर पर शपथ ले ली है, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें शपथ दिलाई, इसके साथ ही एनसीपी के अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद पर शपथ ली है, पूरी एनसीपी का समर्थन बीजेपी को है या नहीं, फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है, सूत्र का दावा है कि सिर्फ एनसीपी के 25 से 30 विधायकों को लेकर अजित पवार सरकार बनाने आये हैं।

Advertisement

स्थिर सरकार चाहिये, खिचड़ी नहीं
शपथ लेने के बाद सीएम देवेन्द्र फडण्वीस ने कहा कि हमें सरकार बनाने का जनादेश मिला था, लेकिन शिवसेना ने दूसरी पार्टियों के साथ गठबंधन की कोशिश की, जिसका परिणाम ये रहा, कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया, महाराष्ट्र की जनता स्थिर सरकार चाहती है ना कि कोई खिचड़ी, शिवसेना ने जनादेश का सीधे तौर पर अपमान किया है, इस दौरान उन्होने अजित पवार का आभार भी जताया, उन्होने कहा कि मैं उनका आभारी हूं, जो वो मेरे साथ आये, अब हम महाराष्ट्र को स्थिर सरकार देंगे।

Advertisement

किसानों के लिये सरकार में आये
डिप्टी सीएम पद पर शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा, कि हम लोगों की समस्या के लिये साथ आये हैं, हम किसानों की समस्या को खत्म करना चाहते हैं, उनकी भलाई के लिये सरकार में आये हैं, उन्होने कहा कि लोगों ने जिसे सरकार बनाने के लिये चुना है, उन्हीं को सरकार बनानी भी चाहिये।

Advertisement

पहले से चल रही थी बात
इस दौरान बीजेपी विधायक रामचरण ने कहा कि रातों-रात कुछ भी नहीं हुआ है, वरिष्ठ नेताओं की बातचीत पहले से ही चल रही थी, हम सभी जनता खासकर किसानों की भलाई के लिये एक साथ आये हैं, बीजेपी-एनसीपी ने साथ में सरकार बनाई है, हम लोग इस बात को लेकर आश्वस्त हैं, कि महाराष्ट्र में स्थिर सरकार अब लोगों को मिल चुकी है।