हैदराबाद- महिला कांस्टेबल ने सुनाई आपबीती, उस रात 4 दरिंदों ने किया था पीछा, ऐसे बची जान

वेटनरी डॉक्टर के साथ हुई वारदात के बाद महिला कांस्टेबल ने जो वाक्या सुनाया, वो किसी को भी हिलाकर रख सकता है।

New Delhi, Dec 05 : हैदराबाद में 27 नवंबर की काली रात 26 वर्षीय वेटनरी डॉक्टर से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले ने पूरे देश को झकझोर दिया, लोगों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है, अब हैदराबाद की एक महिला पुलिस कांस्टेबल सामने आई है, इनके साथ भी 4 दरिंदों ने अकेले पाकर देर रात में जघन्य अपराध करने की कोशिश की थी, लेकिन उस महिला कांस्टेबल की जान इसलिये बच गई क्योंकि वो थाने के पास ही थी और मदद मांगने पर तुरंत पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई, नहीं तो उस दिन महिला कांस्टेबल की भी जान खतरे में पड़ सकती थी, इस वारदात से ये भी सवाल उठता है कि जब हैदराबाद की सड़क पर महिला पुलिस सुरक्षित नहीं है, तो आम महिलाओं की क्या स्थिति होगी, इसकी तो सिर्फ कल्पना ही की जा सकती है।

Advertisement

महिला कांस्टेबल ने सुनाई आपबीती
वेटनरी डॉक्टर के साथ हुई वारदात के बाद महिला कांस्टेबल ने जो वाक्या सुनाया, वो किसी को भी हिलाकर रख सकता है, कांस्टेबल के मुताबिक रात के समय खासकर सुनसान इलाकों में अकेले भी वो सुरक्षित नहीं है, थोड़ी सी लापरवाही से उनकी जान पर भी आफत आ सकती है, हैदराबाद पुलिस की शी टीम की एक महिला कांस्टेबल ने सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है, उन्होने बताया कि 4 दरिंदों ने उनके साथ छेड़छाड़ की कोशिश की थी, जब रात में वो ड्यूटी से घर लौट रही थी।

Advertisement

टीम को अलर्ट किया
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए महिला कांस्टेबल ने कहा एक बार में ड्यूटी पूरी कर अपने घर लौट रही थी, तो 4 लोगों ने मेरा पीछा गया, मेरे साथ बदतमीजी की, मैंने तुरंत अपने सहयोगियों को अलर्ट किया, और पुलिस थाने की ओर भागने लगी, जैसे ही मेरे सहयोगी मौके पर पहुंचे, तो वो फौरन पकड़ लिये गये, अपनी आपबीती सुनाते हुए कांस्टेबल ने कहा कि मैंने उस दिन महसूस किया, कि जब आप परेशानी या खतरे में हों, तो हमें हाथ जोड़कर प्रार्थना करने के बजाय अपनी मुट्ठी बांध लेनी चाहिये और लड़ना चाहिये।

Advertisement

खुद को तैयार करें महिलाएं
शी टीम की हेड आईपीएस शिखा गोयल ने कहा, कि महिलाओं को खुद को हर परिस्थितियों के लिये तैयार करना चाहिये, उन्हें मानसिक तौर पर भी इसकी तैयारी रखनी चाहिये, कि प्रतिकूल हालात में उन्हें कैसे रिएक्ट करना है, पुलिस और दूसरी एजेंसियों की ओर से सभी तरह के कदम उठाये जाने के बाद महिलाओं को भी खुद को तैयार करना चाहिये, अगर आप रिएक्ट करने के लिये मानसिक रुप से तैयार हैं, तो आपकी परेशानी कम हो सकती है।