‘मुसलमानों के लिए दुनिया में कई देश, हिंदू भारत छोड़ और कहां जाएंगे’ नितिन गडकरी के बयान से खलबली
देश के परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आगे कहा “हिंदुओं के लिए दुनिया में कोई देश नहीं है। पहले नेपाल एक हिंदू राष्ट्र था लेकिन अब एक भी राष्ट्र नहीं है। तो हिंदू और सिख कहां जाएंगे?”
New Delhi, Dec 19: नागरिकता कानून को लेकर भारतीयों में फैला कन्फ्यूजन बीजेपी दूर करना चाहती है । इसीलिए हर मंच से बीजेपी के बड़े नेता देश को आश्वस्त कर रहे हैं कि इस कानून से भारत के एक भी नागरिक का नुकसान नहीं होगा, मुसलमान नागरिकों का भी नहीं । नागरिकता कानून उन शरणार्थियों की सहायता करेगा और भारत की नागरिकता प्रदान करेगा जो अन्य देशों में अल्पसंख्यक हैं और धार्मिक प्रताड़ना के शिकार हैं । बहरहाल मामले में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी बुधवार को बयान दिया है । उन्होने हिंदुओं के समर्थन में एक बात कही है जिसने एक बार फिर चर्चा को गर्मा दिया है ।
हिंदुओं के लिए भारत एकमात्र देश : गडकरी
नागरिकता कानून को लेकर देशभर में हो रहे विरोध पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि हिंदुओं के लिए भारत दुनिया का एकमात्र देश है, जबकि मुसलमानों के लिए दुनिया में कई देश हैं। उन्होंने कानून को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों को गलत ठहराते हुए और इस कानून की आवश्यकता को उचित बताते हुए ये बात कही । देश के परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने आगे कहा “हिंदुओं के लिए दुनिया में कोई देश नहीं है। पहले नेपाल एक हिंदू राष्ट्र था लेकिन अब एक भी राष्ट्र नहीं है। तो हिंदू और सिख कहां जाएंगे?”
नागरिकता कानून पर गडकरी के तर्क
नितिन गडकरी टीवी चैनल न्यूज 18 के एक कार्यक्रम में संशोधित कानून पर पूछे जा रहे सवालों के जवाब दे रहे थे । गडकरी ने यहां कहा – “मुसलमानों के लिए ऐसे कई देश हैं जहां वे जा सकते हैं और नागरिकता प्राप्त कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि कई इस्लामिक राष्ट्रों ने मुसलमानों को शरण देने के लिए उनके संविधान में प्रावधान किए हैं। अपनी बात कहते हुए केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत के “मुस्लिम नागरिकों” को डरने की कोई जरूरत नहीं है । नए कानून के तहत देश में अवैध घुसपैठियों को आने और बसने से रोका जाएगा।
मुस्लिम नागरिकों के खिलाफ नहीं है बिल : गडकरी
नितिन गडकरी ने कहा कि “हम अपने राष्ट्र के किसी भी मुस्लिम नागरिक के खिलाफ नहीं हैं। हमउन लोगों के खिलाफ हैं, जिन्होंने हमारे देश में अवैध रूप से घुसपैठ की है और यह बिल (अधिनियम) उनके लिए है। गडकरी ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल लोगों को गुमराह कर रहे थे और उन्होंने भाजपा के मुख्य प्रतिद्वंद्वी पर बांग्लादेश में मुस्लिम घुसपैठियों को मतदान के अधिकार के साथ प्रवेश करने और बसने की अनुमति देने का आरोप लगाया।
मुसलमानों के कल्याण के लिए काम कर रही है सरकार : गडकरी
गडकरी ने आगे कहा – अगर हम मुसलमानों के खिलाफ होते तो हम उनके वेलफेयर के लिए क्यों काम करते? कश्मीर की सबसे बड़ी समस्या है गरीबी, भुखमरी और बेरोजगारी। हम धर्म, जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करते। उन्होने कहा कि कुछ ताकतें हैं जो देश के अल्पसंख्यकों में डर पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। उनसे प्रभावित होने की जरूरत नहीं है। जो लोग 1947 से देश में रह रहे हैं वे भारत के अंग हैं। चाहे वो किसी भी मजहब, धर्म, समुदाय, बिरादरी या जाति से ताल्लुक रखते हों।