देश जलाने वालों पर कुमार विश्वास के तीखे शब्दबाण, आंदोलन को लेकर सिखाया सबक

नागरिकता कानून का विरोध कर रहे लोग हिंसा का रास्ता अपना रहे हैं, जिससे देश की संपत्ति को नुक्सान पहुँच रहा है. ऐसे प्रदर्शन और आंदोलन करने वालों पर कुमार विश्वास ने ट्वीट कर करारा वार किया है.

New Delhi, Dec 21: देश में नागरिकता कानून को लेकर कोहराम मचा हुआ है. बिहार में आज RJD प्रदर्शन कर रही है. वही UP में 21 ज़िलों का इंटरनेट बंद है, यह हो रहे हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 13 जानें चली गयी हैं. देश भर के अन्य कई क्षेत्रों में कुछ ऐसे ही हालात हैं. ज़रा सोचिये, क्या ये सब सही हो रहा है. सरकार का विरोध करना लोकतंत्र की खूबसूरती है लेकिन उसके लिए हिंसक होना और देश की संपत्ति को नुकसान पहुँचाना क्या जायज़ है.

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कुमार विश्वास का ट्वीट
उग्र आन्दोलनों की ख़बरों के बीच कविराज कुमार विश्वास ने आंदोलनकारियों से अपील की है. कुमार ने ट्वीट कर लिखा है-”आज़ादी से पहले व बाद में क़ानून बनवाने/बदलवाने के लिए सैंकड़ों आंदोलन हुए हैं,लेकिन हर वो आंदोलन जो देश को आग में झोंकता हो,कभी सफल नहीं हो सका.अगर देश व अपने आंदोलन से ज़रा भी प्यार है तो पुलिस पर हमला करना,सरकारी सम्पत्ति को आग लगाना बंद करें.असहमति व लोकतंत्र ज़िंदा रखें.”

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सावधान रहें देशवासी, ये साज़िश है
इससे पहले अपने ट्वीट में कुमार विश्वास ने सन्देश देकर समझने की कोशिश की, फड़ ये सब साज़िशन भड़काया जा रहा है. कुमार ने ट्वीट में लिखा- ”देश लाठियाँ, गोलियाँ, गोले, आँसू, ज़ख़्म, चीखें और नुक़सान गिन रहा है पर जिन्होंने ये आग लगाई-भड़काई-फैलाई व पहुँचाई है वे सारे बस सीटें और वोट गिन रहे हैं ! जो वो दोनों चाहते थे और चाहते हैं, वही हो रहा है ! राजघाट पर कोई ख़ामोश रो रहा है ! भारत को सिर्फ़ भारत बचा सकता है.”

ममता बनर्जी के बयान पर जताई थी आपत्ति
इससे पहले कुमार विश्वास ममता बनर्जी के उस बयान पर आपत्ति दर्ज कर चुके हैं जिसमे उन्होंने कहा था नागरिकता कानून पर यूएन की निगरानी में भारत में जनमत संग्रह कराया जाये. कुमार ने लिखा था – ‘भारत के आंतरिक मामले में यू०एन० ?राजनैतिक विरोध-विद्वेष सब ठीक है दीदी, जमकर करिए,ज़ोरदार करिए,सब साथ आएँगे,पर देश के आंतरिक मतभेद में विदेशी पंच बुलाने की बात बेहद घटिया और खेदजनक है.यहीं लड़िए..जीतिए..क़ानून बनाइए…बदलिए. बाक़ी यू०एन० या किसी भी विदेशी पंच की ऐसी की तैसी.’