प्रशांत किशोर ने फिर बढाई बीजेपी की टेंशन, बिहार चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बड़ा बयान

हाल के दिनों में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर प्रशांत किशोर लगातार बीजेपी को निशाने पर ले रहे हैं।

New Delhi, Dec 30 : साल 2020 में कुछ ही घंटे बचे हैं, आने वाले साल में होने वाली राजनीतिक गतिविधियों को लेकर बयानबाजी का दौर शुरु हो चुका है, जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने कहा है कि 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू को बीजेपी से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिये, पीके ने इसके पीछे राज्य में एनडीए में जदयू की वरिष्ठता का हवाला दिया।

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बीजेपी पर निशाना
हाल के दिनों में नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर प्रशांत किशोर लगातार बीजेपी को निशाने पर ले रहे हैं, पीके ने कहा कि मेरे अनुसार लोकसभा चुनाव का फॉर्मूला विधानसभा चुनाव में नहीं दोहराया जा सकता, इस साल हुए लोकसभा चुवाव में दोनों दलों ने बराबर सीटों पर चुनाव लड़ा था।

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2010 फॉर्मूला
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर हम 2010 के विधानसभा चुनाव को देखें, तो उसमें जदयू और बीजेपी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, तो ये अनुपात 1:1.4 का था, अगर इसमें इस बार मामूली बदलाव हो भी, तो भी ये नहीं हो सकता कि दोनों दल समान सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जदयू बिहार में बीजेपी के अपेक्षाकृत बड़ी पार्टी है, जिसके करीब 70 विधायक हैं, जबकि बीजेपी के पास 50 विधायक हैं, इसके साथ ही पीके ने ये भी कहा कि विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार को एनडीए का चेहरा बनाकर ही लड़ा जाना चाहिये।

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दिल्ली चुनाव में आप के सारथी
दूसरी ओर इस बात का ऐलान पहले ही हो चुका है, कि आने वाले साल में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की चुनावी कैम्पेन की जिम्मेदारी पीके की कंपनी करेगी, खुद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस बात की जानकारी दी थी, आईपैक यानी इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी प्रशांत किशोर की संस्था है, जो राजनीतिक पार्टियों के चुनाव प्रबंधन का काम करती है।

मोदी के लिये संभाल चुके हैं जिम्मेदारी
मालूम हो कि 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं है, फरवरी में केजरीवाल सरकार के 5 साल पूरे हो रहे हैं, माना जा रहा है कि फरवरी में ही चुनाव हो सकते हैं, ऐसे में प्रशांत किशोर जैसे राजनीतिक मैनेजर का केजरीवाल के साथ होना अच्छी खबर मानी जा रही है। पीके 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी की जीत के बाद सबसे बड़े हीरो के रुप उभरे थे।