उद्धव कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज कई विधायक, शिवसेना ने मनाने के लिये फेंका नया पासा

शिवसेना के मुखपत्र में आदित्य ठाकरे को पिता उद्धव सरकार मंत्रिमंडल में जगह मिलने का भी उल्लेख किया गया है।

New Delhi, Jan 01 : महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के विस्तार के बाद से ही गठबंधन में शामिल तीनों दलों में असंतोष और नाराजगी के सुर सामने आ रहे हैं, ऐसे में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस अपने-अपने तरीके से विधायकों की नाराजगी दूर करने में जुटी हुई है, इस बीच शिवसेना ने मुखपत्र सामना में संपादकीय के जरिये पार्टी विधायकों को उद्धव सरकार में जगह ना मिलने की वजह बताकर शांत करने की कोशिश की है, सामना में लिखा गया है कि निर्दलीय विधायकों को मंत्री पद दिये जाने की वजह से पुराने शिवसैनिकों को मंत्री बनने का मौका नहीं मिल पाया।

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तीन निर्दलीयों का उल्लेख
सामना के संपादकीय में 3 निर्दलीय विधायकों का उल्लेख किया गया है, जिसकी वजह से शिवसेना के विधायक को मंत्री पद नहीं मिल सका, इसमें लिखा गया है बच्चू कडू, शंकर राव गडाख और राजेंद्र येड्रावकर को शिवसेना कोटे से मंत्री बनाया गया है, इस वजह से पुराने शिवसैनिकों को मौका नहीं मिल पाया, कोल्हापुर से शिवसेना के एक मात्र विधायक प्रकाश आबिटकर को इसलिये मौका नहीं मिल पाया होगा, बाकी शिवसेना के वही चेहरे हैं।

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आदित्य ठाकरे से उम्मीद
शिवसेना के मुखपत्र में आदित्य ठाकरे को पिता उद्धव सरकार मंत्रिमंडल में जगह मिलने का भी उल्लेख किया गया है, सामना में लिखा गया है कि युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे पहली बार विधायक बने हैं और अब कैबिनेट में शामिल हुए हैं, शिक्षा, स्वास्थ्य, क्रीड़ा, पर्यटन और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों के लिये उनके पास कुछ योजनाएं हैं, मंत्री बनकर वो इन मुद्दों पर काम कर सकते हैं।

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30 दिसंबर को कैबिनेट विस्तार
सीएम उद्धव ठाकरे ने 30 सितंबर को अपने कैबिनेट का पहला विस्तार किया था, खास बात ये है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम के एक महीने बाद सरकार का गठन हुआ था, फिर सरकार बनने के करीब एक महीने बाद कैबिनेट विस्तार भी किया गया, सीएम ने कैबिनेट में तीनों दलों को कुल 36 विधायकों को स्थान दिया है, एनसीपी नेता अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया गया है, इनके अलावा 25 को कैबिनेट और 10 को राज्यमंत्री के रुप में शपथ दिलाया गया है।