दिल्ली विधानसभा चुनाव- सट्टा बाजार ने कांग्रेस के खेमे में ला दी है खुशी, आम आदमी पार्टी बेचैन
कांग्रेस दिल्ली प्रभारी पीसी चाको और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा पहले ही किसी भी तरह के गठबंधन से साफ इंकार कर चुके हैं।
New Delhi, Jan 06 : दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच दिल्ली कांग्रेस ने एक सर्वे कराया है, जिसमें दर्जन भर सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है, इसके अलावा सट्टा बाजार भी इस बार दिल्ली में कांग्रेस का खाता खुलने का दावा कर रही है, ये बात अलग है कि सट्टा बाजार कांग्रेस पार्टी को सिर्फ 5 सीटें दे रही है, सर्वे में इतनी सीटें देख कांग्रेस भले खुश ना हो, लेकिन संतुष्ट जरुर दिखेंगे, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो दिल्ली की सत्ता की चाबी उनके हाथ में हो सकती है, सत्ता में उनकी हिस्सेदारी भी संभावित है।
गठबंधन से इंकार
कांग्रेस दिल्ली प्रभारी पीसी चाको और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा पहले ही किसी भी तरह के गठबंधन से साफ इंकार कर चुके हैं, लेकिन चुनाव के बाद हालातों को लेकर अभी तक कुछ भी स्पष्ट नहीं है, सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर कांग्रेस ने जिस तरह से हवा दी है, उससे पार्टी को मुस्लिम बहुल इलाकों में जीत सुनिश्चित लग रही है।
सीएम का चेहरा
मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर बीजेपी की तरह ही कांग्रेस भी चुप है, सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस सीएम का चेहरा घोषित किये बिना है चुनावी मैदान में उतरेगी, कहा जा रहा है कि कांग्रेस किसी भी तरह विधानसभा में जीरो सीटों के टैग से मुक्त होना चाहती है, इसलिये तरह-तरह के दांव पेंच में जुटी हुई है।
नये चेहरों पर दांव
सूत्रों के मुताबिक इस बार दिल्ली की 70 में से कम से कम 25 सीटों पर कांग्रेस नये चेहरों पर दांव लगाएगी, कुछ पूर्व विधायकों के साथ-साथ ऐसे प्रत्याशियों को भी टिकट दिया जाएगा, जो पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे,70 सीटों के लिये करीब 400 बड़े दावेदार बताये जा रहे हैं।