श्रीलंका के खिलाफ सीरीज जीतकर फंस गये विराट कोहली, अब रवि शास्त्री भी नहीं बचा पाएंगे

विराट कोहली के लिये सिरदर्द युवा विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन भी हैं, कई मैचों से बेंच पर बैठे रहने के बाद पुणे में संजू को मौका मिला, उन्होने पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर अपनी काबिलियत और क्षमता का प्रदर्शन कर दिया।

New Delhi, Jan 11 : श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज के तीसरे और आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया ने एकतरफा जीत हासिल की, भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 201 रन बनाये, जवाब में मेहमान टीम 123 रनों पर ही ढेर हो गई, 78 रन से जीत के साथ ही टीम इंडिया ने 3 मैचों की सीरीज 2-0 से अपने नाम कर लिया। हालांकि इस जीत के साथ कप्तान विराट कोहली फंस गये, अरे घबराइये मत, दरअसल विराट ने कुछ भी गलत नहीं किया है, बल्कि उनकी टीम का हर खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करर रहा है, ऐसे में वो दुविधा में फंस गये हैं कि आखिर विश्वकप में किसे मौका दिया जाए, और किसे बाहर किया जाए।

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शिखर धवन ने बना दिये रन
कप्तान के लिये सबसे बड़ी समस्या खड़ी कर दी है सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने, बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने पुणे में साबित कर दिया, कि उनके भीतर अभी क्रिकेट बची है, उन्होने 26 गेंदों में 52 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, इस मुकाबले से पहले उन पर सवाल खड़े हो रहे थे, केएल राहुल को विश्वकप में दावेदार कहा जा रहा था, अगर पुणे में भी धवन का बल्ला खामोश रहता, तो विराट को आसानी होती, लेकिन गब्बर ने गरज कर अपना दावा मजबूत कर लिया है।

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मनीष पांडे ने दिखाया दम
मध्यक्रम बल्लेबाज मनीष पांडे को पिछली 4 सीरीज में एक भी मौका नहीं मिला था, वो बेंच पर बैठे रहे, या साथी खिलाड़ियों को पानी पिलाते रहे, जरुरत पड़ने पर फील्डिंग के लिये मैदान पर भी दिखे, पुणे टी-20 में मनीष पांडे को मौका मिला, उन्होने मौके का फायदा उठाते हुए 18 गेंदों में 31 रनों की पारी खेली, इतना ही नहीं उन्होने फील्डिंग में भी दम दिखाते हुए ओशादा फर्नान्डो को रन आउट किया, साथ ही एंजेलो मैथ्यूज का जबरदस्त कैच लपका । पांडे ने हर मोर्चे पर खुद को साबित किया, टी-20 में पांडे का औसत 40 से ज्यादा है, अब सोचिये कि उन्हें कैसे टीम को बाहर रखा जा सकता है।

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शार्दुल ठाकुर बने हीरो
दो सीरीज पहले तक शार्दुल ठाकुर टीम इंडिया में जगह नहीं बना पा रहे थे, लेकिन फिर दीपक चाहर को चोट लगी और उन्हें मौका मिला, उन्होने टी-20 में खुद को साबित किया, 8 गेंदों में नाबाद 22 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई, साथ ही गेंद से भी बड़ी भूमिका निभाई, विराट कोहली की सोच है कि टी-20 टीम में ऐसे गेंदबाज होने चाहिये, जो जरुरत के समय बल्लेबाजी भी कर सके, कप्तान साहब की कसौटी पर शार्दुल ने खुद को साबित किया है।

नवदीप सैनी मैन ऑफ द सीरीज
दायें हाथ के तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने अपनी रफ्तार से विरोधियों के हौसले पस्त कर दिये हैं, श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों में उन्होने 6 विकेट लिया, जिसके लिये उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया, सैनी ने अपनी यॉर्कर, बाउंसर और स्लोअर गेंदों से सभी क्रिकेट एक्सपर्ट्स का ध्यान अपनी ओर खींचा है, उनका नाम भी दावेदारों में दिख रहा है।

संजू सैमसन
विराट कोहली के लिये सिरदर्द युवा विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन भी हैं, कई मैचों से बेंच पर बैठे रहने के बाद पुणे में संजू को मौका मिला, उन्होने पहली ही गेंद पर छक्का लगाकर अपनी काबिलियत और क्षमता का प्रदर्शन कर दिया, साथ ही विकेट के पीछे भी उन्होने शानदार खेल दिखाया, 4 साल बाद टी-20 इंटरनेशनल में विकेटकीपिंग कर रहे सैमसन ने बतौर विकेटकीपर कोई गलती नहीं की, उन्होने सुंदर की गेंद पर संदाकन को स्टप आउट भी किया, यकीनन ये क्रिकेटर ऋषभ पंत को चुनौती देने वाला है।