3 महीने की मासूम ने दी शहीद पिता को मुखाग्नि, अंतिम दर्शन में भावुक हुआ पूरा गांव
एक बाप के कंधे पर बेटे की अर्थी, इससे भी भावुक कर देने वाला पल सामने आया गुरदासपुर में, जब एक 3 महीने की बच्ची से शहीद पिता को मुखाग्नि दिलाई गई ।
New Delhi, Jan 18: देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए गुरुदासपुर निवासी शहीद रणजीत सिंह जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के उरी सेक्टर में तैनात थे । हाल ही में आए बर्फीले तूफान की चपेट में आने के कारण वो शहीद हो गए । शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो, पूरा गांव बहादुर बेटे की एक झलक के लिए उमड़ पड़ा । गुरुदासपुर स्थित दीनानगर कस्बे के सिद्धपुर गांव में गर्व के साथ शोक की भी लहर देखी गई ।
3 महीने की बेटी ने दी पिता को मुखाग्नि
गांववालों के लिए सबसे इमोशनल पल वो रहा जब शहीद के पार्थिव शरीर को उनकी तीन महीने की बेटी के हाथों मुखाग्नि दिलवाई गई । मासूम को उसके दादा ने गोद में उठाया हुआ था, उन्होने पोती के हाथों से शहीद पिता की चिता को मुखाग्नि दिलाई । बच्ची के हाथों शहीद को मुखाग्नि देने के बाद, भारतीय सेना के जवानों ने उन्हें बंदूकों की सलामी दी ।
भारत माता के लगे नारे
बंदूकों की गर्जना के साथ पूरा वातावरण रणजीत सिंह अमर रहे और भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा । शहीद के अंतिम संस्कार में शामिल हुए डिप्टी कमिश्नर विपुल उज्ज्वल ने कहा कि सरकार की तरफ से शहीद के परिजनों को हर सहायता पहुंचाई जाएगी । पंजाब सरकार की ओर से भी मदद का आश्वासन दिया गया है, साथ ही शहीद रणजीत सिंह का स्मारक बनवाने की भी बात कही गई ।
भावुक पिता ने कहा – बेटे पर गर्व है
शहीद हुए बेटे के पिता हरबंस सिंह ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है । लेकिन उन्हें दुख इस बात का भी है कि अब उनके घर में कमाने वाला कोई नहीं बचा । शहीद के पिता ने सरकार से अपील की है कि बस उनके घर के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे दी जाए, ताकि शहीद बेटे के घर परिवार का पालन-पोषण होता रहे ।