टीम इंडिया से बुलावे का 8 साल से है इंतजार, घर वालों को सोता छोड़ अपनी जान लेने निकल पड़ा था ये क्रिकेटर

तेज गेंदबाज ने बताया कि जब उनके दिमाग में ये बातें घूम रही थी, तभी उनकी नजर कार में रखी अपने बच्चों की तस्वीर पर पड़ी।

New Delhi, Jan 19 : पिछले कुछ समय से दुनिया भर के कई बड़े क्रिकेट सितारे मानसिक तनाव और दूसरी समस्याओं की वजह से खेल से दूरी बना लिये, पिछले साल ऐसे कई मामले प्रकाश में आये, क्रिकेटर ने इस पर खुलकर बात की, कोई खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर किये जाने के कारण इसके शिकार बने, अपनी स्विंग से दुनिया के धाकड़ बल्लेबाजों को परेशान करने वाले प्रवीण कुमार इन्हीं खिलाड़ियों में से एक हैं, जो मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं।

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सुसाइड करने निकले थे
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक टीम इंडिया के लिये 84 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके प्रवीण कुमार दो महीने पहले आत्महत्या करने के लिये घर से निकले थे, वो टीम इंडिया से पिछले आठ साल से बाहर हैं, टीम में वापसी ना कर पाने की वजह से वो इतने अवसाद में घिर गये, कि एक दिन अपनी जिंदगी ही खत्म करने की ठान ली और घर से निकल पड़े। प्रवीण कुमार ने खुद ही बताया कि कैसे वो उस पल तक पहुंच चुके थे, जब वो अपनी जिंदगी खत्म करने वाले थे।

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आठ साल से वापसी का इंतजार
प्रवीण कुमार ने टीम इंडिया के लिये 6 टेस्ट, 68 वनडे और 10 टी-20 मैच खेले है, मार्च 2012 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 मैच उनके करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच था, उसके बाद उन्हें मौका नहीं दिया गया, टीम इंडिया की जर्सी पहने उन्हें 8 साल हो गये हैं।

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पिस्टल लेकर हाइवे पर पहुंचे
मेरठ में एक सर्द सुबह प्रवीण कुमार अपने घर वालों को सोता छोड़ अपना मफलर पहना, पिस्टल लिया और गाड़ी से निकल पड़े, वो हरिद्वार हाइवे पर पहुंचे, वो जीवन से इतने निराश हो चुके थे, कि उन्होने गलत फैसला ले लिया, अंधेरी सड़क पर अपनी गाड़ी में बैठे रहे, बगल की सीट पर पिस्टल रख रखी थी, वो सब कुछ खत्म करना चाहते थे, अपनी जान खुद ही लेना चाहते थे।

बच्चों की तस्वीर ने बदल दी सोच
प्रवीण ने बताया कि जब उनके दिमाग में ये बातें घूम रही थी, तभी उनकी नजर कार में रखी अपने बच्चों की तस्वीर पर पड़ी, जिसमें वो मुस्कुरा रहे थे, उसी तस्वीर को देखने के बाद उन्हें महसूस हुआ, कि नहीं आत्महत्या नहीं करनी है, फिर वापस वो घर लौट पड़े। प्रवीण कुमार इन दिनों थैरेपी ले रहे हैं, अवसाद से बाहर निकलने के लिये वो दवाइयां खा रहे हैं, डॉक्टर के मुताबिक पहले से वो अच्छे हैं।