विराट कोहली पर इस बात के लिये भड़के वीरेन्द्र सहवाग, कहा धोनी के समय ऐसा नहीं था

वीरु ने रोहित शर्मा की कामयाबी में एक बड़ी वजह धोनी को माना, उन्होने कहा, कि पहले रोहित मध्यक्रम में खेलते थे, जहां खेलना मुश्किल काम होता है।

New Delhi, Jan 21 : टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग को लगता है कि अगर केएल राहुल टी-20 में 5वें नंबर पर कुछ दफा विफल हो जाते हैं, तो टीम प्रबंधन उन्हें इस स्थान पर बरकरार नहीं रखेगा, जबकि धोनी के समय में होता था कि किसी भी खिलाड़ी को पर्याप्त मौके दिये जाते थे, वीरु ने कहा कि अगर राहुल पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 4 बार विफल रहते हैं, तो मौजूदा प्रबंधन उनका स्थान बदलने की कोशिश करेगा, हालांकि धोनी के समय ऐसा नहीं होता था, वो जानते थे कि खिलाड़ियों को ऐसे हालात में समर्थन करना कितना अहम होता है, क्योंकि वो खुद इस मुश्किल दौर से गुजरे थे।

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धोनी करते थे फुल सपोर्ट
सहवाग से पूछा गया था कि क्या अब टीम में खिलाड़ियों को लेकर धैर्य कम हो गया है, तो उन्होने कहा जब धोनी कप्तान थे, तो बल्लेबाजी में हर खिलाड़ी के स्थान को लेकर स्पष्टता रहती थी, वह प्रतिभा के पारखी थे, उन्होने उन खिलाड़ियों को पहचाना जो भारतीय क्रिकेट को आगे लेकर गये, उन्हें पता था कि ये उनके सलामी बल्लेबाज हैं, ये मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे, वो खुद नंबर पांच पर खेलते थे, फिर केदार 6 पर और हार्दिक पंड्या या जडेजा सात पर, वो नीचे बल्लेबाजी करने वालों को बैक करते थे, अगर राहुल पांचवें नंबर पर लगातार चार पारियों में रन नहीं बनाते हैं, तो विराट उनका स्थान बदल देंगे, ऐसा धोनी के समय नहीं होता था।

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धोनी की मदद से रोहित को फायदा
वीरु ने रोहित शर्मा की कामयाबी में एक बड़ी वजह धोनी को माना, उन्होने कहा, कि पहले रोहित मध्यक्रम में खेलते थे, जहां खेलना मुश्किल काम होता है, ऐसे में उनकी औसत और रन कम थे, नंबर चार, पांच या छः पर खेलने के लिये बल्लेबाजी मुश्किल होती है, पता नहीं होता कि बल्लेबाजी कब आएगी, कितने ओवर खेलने के लिये मिलेंगे, लेकिन ओपनिंग में बाउंड्री लगाने की काबिलियत बढ जाती है, ऐसे में रोहित को ऊपर लाने का टीम को फायदा मिला।

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बदल गया रोहित का करियर
आपको बता दें कि रोहित शर्मा ने 2013 तक 108 पारियों में 36.07 के औसत और 78.88 के स्ट्राइक रेट से 3174 रन बनाये थे, इस दौरान उन्होने 4 शतक लगाये थे, फिर 2014 में धोनी ने उन्हें बतौर सलामी बल्लेबाज मौका दिया, जिसके बाद उन्होने पलटकर नहीं देखा, उन्होने 108 पारियों में 5822 रन बनाये, जिसमें 24 शतक और 23 अर्धशतक शामिल है, इस दौरान हिटमैन का औसत 60.65 और स्टाइक रेट 95.38 का रहा।