सूर्य के कारण शनि हुए अस्‍त, अब इन राशियों पर होगा बहुत ही अशुभ प्रभाव

30 जनवरी तक मकर राशि में शनि के अस्त रहने से कई राशियों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है । आगे पढ़ें इस समय काल में किन राशियों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है ।

New Delhi, 29 Jan: मकर राशि में शनि गोचर के बाद चार ग्रहों का बड़ा ही अजब संयोग बन रहा है । गोचर के बाद अब मकर राशि में शनि के अलावा सूर्य, चंद्र और बुध भी बैठ चुके हैं । इस स्तिथि को लेकर ज्योतिष के जानकार कहते हैं कि , एक राशि में तीन ग्रहों से ज्यादा की उपस्थिति गृह युद्ध जैसे हालात पैदा कर सकती है । वहीं कई बार इस स्थिति में राजयोग की संभावना भी बनने लगती है । आपको बता दें मकर राशि में 30 जनवरी तक सूर्य के रहने से शनि अस्त रहेंगे, जिसका कई राशियों पर विपरीत असर पड़ेगा ।

Advertisement

मेष 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
वृषभ 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
मिथुन 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.

Advertisement

कर्क 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
सिंह 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
कन्या 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.

Advertisement

तुला 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
वृश्चिक 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
धनु 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.

मकर 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
कुंभ
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
मीन 
मेष राशि के 10वें घर में सूर्य और शनि एकसाथ विराजमान हैं. दोनों ही सत्ता और नौकरी के कारक माने जाते हैं. शनि के अस्त होने की वजह से दोनों ही मामलों में दिक्कतें बढ़ सकती हैं. 4 ग्रहों की युति की वजह से अगले 15 दिनों तक सावधान रहने की जरूरत है.
(Source :Aaj Tak/Relegion)