किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है कुमार विश्वास की लव स्टोरी, 2 साल घर में नहीं मिली थी एंट्री

कुमार विश्वास के पिता उनके इस फैसले से इतने नाराज थे, कि उन्हें घर एंट्री नहीं दे रहे थे, करीब दो साल तक कुमार के बड़े भाई और बहन पिता को समझाते रहे।

New Delhi, Feb 10 : रॉकस्टार कवि और राजनेता डॉ. कुमार विश्वास आज अपना 50वां जन्मदिन मना रहे हैं, 10 फरवरी 1970 को पैदा हुए कुमार विश्वास ना सिर्फ कविताओं के लिये बल्कि राजनीति पर अपनी बेबाक टिप्पणियों की वजह से भी चर्चा में रहते हैं, कुमार की युवाओं में अच्छी खासी लोकप्रियता है, हालांकि राजनीति में इन दिनों वो हाशिये पर पड़े हैं, लेकिन आज बात उनकी राजनीति या कविता की नहीं बल्कि उनकी पर्सनल लाइफ प्रेम कहानी की करते हैं।

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पहला प्यार रह गया अधूरा
कुमार विश्वास हर मंच से इस बात का जिक्र करते हैं कि उनका पहला प्यार अधूरा रह गया, जिसकी वजह से वो शायर और कवि बने, हालांकि वो कभी उस लड़की का नाम नहीं लेते, जिसके प्यार और मोहपाश में थे, कुमार के घर वाले उन्हें इंजीनियर बनाना चाहते थे, वो बचपन से ही पढाई में काफी होशियार थे, लेकिन कुमार का मन इंजीनियरिंग में नहीं बल्कि हिंदी और संस्कृत में लगता था, उन्होने इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला भी लिया, लेकिन बीच में ही पढाई छोड़ दी, इससे उनके पिता काफी नाराज हुए थे।

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हिंदी के लेक्चरर बने
इंजीनियरिंग छोड़ हिंदी की पढाई करने के बाद साल 1994 में राजस्थान से उन्होने हिंदी लेक्चरर के रुप में नौकरी शुरु की, वहीं पर उनकी पहली मुलाकात मंजू से हुई, जो उसी कॉलेज में लेक्चरर थी, दोनों में प्यार हो गया, हालांकि कुमार विश्वास इस बार सावधान थे, उन्हें पता था कि जाति अलग होने की वजह से उनके घर में विरोध होगा, इसलिये उन्होने पहले शादी की फिर घर वालों को सूचना दी, जिसके बाद दोनों परिवारों में इस शादी का विरोध हुआ।

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2 साल नहीं मिली घर में एंट्री
कुमार विश्वास के पिता उनके इस फैसले से इतने नाराज थे, कि उन्हें घर एंट्री नहीं दे रहे थे, करीब दो साल तक कुमार के बड़े भाई और बहन पिता को समझाते रहे, जिसके बाद कुमार विश्वास और उनकी पत्नी की घर में एंट्री हुई, कुछ ऐसा ही हाल मंजू के घर में भी था, हालांकि जब कुमार विश्वास के घर बड़ी बेटी पैदा होने वाली थी, तो फिर स्थिति सामान्य होने लगी, दोनों परिवारों ने उन्हें अपना लिया।

रॉकस्टार कवि
कुमार विश्वास ने हिंदी कविता को नये स्तर पर पहुंचाया, युवाओं के बीच वो रॉकस्टार कवि के नाम से जाने जाते हैं, जो म्यूजिक और कोडलेस माइक के साथ कविताओं का कॉन्सर्ट करते हैं, उनके कार्यक्रमों में अच्छी खासी भीड़ इकट्ठी होती है, जिसमें युवाओं की संख्या भी होती है।