हार से तिलमिलाये विराट कोहली ने खिलाड़ियों को सुनाई खरी-खोटी, कहा इंटरनेशनल क्रिकेट के लायक…

कप्तान कोहली ने तीसरे वनडे में मिली हार के बाद मैच प्रेजेटेशन में अपनी टीम की फील्डिंग पर सवाल खड़े किये।

New Delhi, Feb 11 : न्यूजीलैंड को टी-20 में 5-0 से धोने के बाद अब वनडे सीरीज में टीम इंडिया का सूपड़ा साफ हो गया, टीम ने 3 मैचों की सीरीज में एक भी मैच नहीं जीता, तीनों ही मुकाबलों में एक समय भारतीय टीम अच्छी स्थिति में थी, लेकिन मैच पर पकड़ ढीली हुई और मेजबान मैच निकाल ले गये, इस हार के बाद कप्तान विराट कोहली काफी खफा नजर आये, उन्होने इशारों ही इशारों में भारतीय खिलाड़ियों को खरी-खोटी सुना दी।

Advertisement

फील्डिंग पर सवाल
कप्तान कोहली ने तीसरे वनडे में मिली हार के बाद मैच प्रेजेटेशन में अपनी टीम की फील्डिंग पर सवाल खड़े किये, उन्होने यहां तक कह दिया कि भारत की फील्डिंग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लायक नहीं थी, विराट ने कहा कि मुझे लगता है कि पहले मैच में हमने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन तीनों ही मुकाबलों में जिस तरह से हमारी फील्डिंग रही, वो जरा भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लायक नहीं थी। इसके साथ ही कप्तान ने गेंदबाजों पर भी सवाल खड़े किये, उन्होने कहा कि खराब गेंदबाजी की वजह से हमें क्लीन स्वीप झेलनी पड़ी।

Advertisement

जीत की हकदार मेजबान टीम
न्यूजीलैंड की 3-0 से जीत के बाद कप्तान विराट कोहली ने कहा कि मेजबान टीम जीत की हकदार थी, टी-20 सीरीज गंवाने के बाद उन्होने ज्यादा अच्छा क्रिकेट खेला, वो वनडे सीरीज में 3-0 से जीत के हकदार थे, हमने टी-20 सीरीज में अच्छा क्रिकेट खेला था, वनडे में हम नये खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरे, ये उनके लिये अच्छा अनुभव रहा।

Advertisement

टेस्ट सीरीज जीतने की कोशिश
21 फरवरी से शुरु हो रही दो टेस्ट मैचों की सीरीज पर विराट ने कहा कि टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से दोनों मैच काफी अहम हैं, हमारी टेस्ट टीम काफी संतुलित है, हमें उम्मीद है कि हम टेस्ट सीरीज जीत सकते हैं, लेकिन हमें सही मानसिकता के साथ मैदान पर उतरने की जरुरत है।

कप्तान का बल्ला खामोश
मालूम हो कि भले विराट कोहली खराब फील्डिंग और गेंदबाजी को हार का कारण बता रहे हों, लेकिन उनका भी बल्ला इस दौरे पर खामोश रहा है, विराट ने वनडे सीरीज में सिर्फ 25 के मामूली औसत से 75 रन बनाये, इसके साथ ही वनडे सीरीज में उनकी कप्तानी और टीम चयन के फैसले भी अजीबो-गरीब रहे, खराब फॉर्म के बावजूद शार्दुल को तीनों मैचों में खिलाया, उन्होने तीन मैचों में 222 रन लुटा दिये, टी-20 सीरीज में भी विराट का बल्ला कुछ खास नहीं किया था, उन्होने महज 26.25 के औसत से 105 रन बनाये, 4 मैचों में विराट के बल्ले से एक हाफ सेंचुरी तक नहीं निकली।