Delhi Election – विधानसभा चुनाव जीत बेटा बना विधायक, पिता बनाते हैं पंचर

प्रवीण की कोई सियासी पृष्ठभूमि नहीं है, उनके पिता भोपाल में जिंसी चौराहा बोगदापुल के पास टायर सुधारने और पंचर बनाने का काम करते हैं।

New Delhi, Feb 12 : दिल्ली के जंगपुरा विधानसभा सीट से दूसरी बार लगातार विधायक बने आप नेता प्रवीण कुमार देशमुख का भोपाल से कनेक्शन है। प्रवीण जंगपुरा सीट से 16 हजार से ज्यादा वोटों से जीते हैं, विधानसभा चुनाव के दौरान अपने बेटे का हौसला बढाने के लिये उनका पूरा परिवार दिल्ली में ही मौजूद है, प्रवीण ने जीत के बाद माता-पिता का आशीर्वाद लिया, भोपाल से पढाई करने वाले प्रवीण सामान्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं, उनके पिता आज भी भोपाल में पंचर की दुकान चलाते हैं।

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प्रवीण का सियासी सफर
आपको बता दें कि प्रवीण साल 2011 में अन्ना आंदोलन से जुड़े थे, इसके बाद जब केजरीवाल ने राजनीति में आने का फैसला लिया, तो वो भी आम आदमी पार्टी से जुड़ गये, प्रवीण के घर वाले कहते हैं कि बेटा 2008 में एमबीए करके नौकरी के लिये दिल्ली आया था, हमने कभी नहीं सोचा था कि नौकरी की जगह राजनीति में उतर जाएगा और विधायक बन जाएगा।

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चुनाव लड़े
अन्ना आंदोलन के बाद प्रवीण देशमुख केजरीवाल के साथ आम आदमी पार्टी से जुड़े, 2015 में पार्टी ने उन्हें जंगपुरा सीट से चुनाव लड़वाया, करीब 20 हजार वोटों से वो जीतने में सफल रहे, फिर 2020 में आम आदमी पार्टी ने उन पर भरोसा जताया और इस पर जनता ने मुहर लगा दी, प्रवीण फिर से जीतकर विधानसभा पहुंच चुके हैं।

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भोपाल में पंचर की दुकान
प्रवीण की कोई सियासी पृष्ठभूमि नहीं है, उनके पिता भोपाल में जिंसी चौराहा बोगदापुल के पास टायर सुधारने और पंचर बनाने का काम करते हैं, प्रवीण जब पहली बार विधायक बने थे, तब उन्होने पिता से पंचर का काम बंद कर देने को कहा था, लेकिन पिता नहीं माने, वो आज भी वही काम कर रहे हैं, मीडिया से बात करते हुए पीएन देशमुख ने कहा कि बेटा कुछ भी बन जाए, वो अपना काम जारी रखेंगे, उन्हें अपने काम से लगाव है, और मैं इसी में खुश हूं।

दोस्तों ने उठाया प्रचार का खर्च
आप विधायक के कई दोस्त भोपाल में रहते हैं, लेकिन चुनाव में मदद के लिये वो लोग दिल्ली आ जाते हैं, इस बार भी प्रवीण के कई दोस्त दिल्ली आये और चुनाव खर्च तक में सहयोग दिया, चुनाव प्रचार के दौरान कई दोस्त दिल्ली में ही बने रहे, वो विधानसभा में घूम-घूम कर प्रचार करते रहे।