अनोखी शादी- 73 का दूल्हा, 76 की दुल्हन, 50 साल लिव में रहने के बाद सात फेरे लिये, हो रही खूब चर्चा
सुकाल राम को इस बात का मलाल था कि उसकी शादी धूमधाम से और हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार नहीं हुई थी।
New Delhi, Feb 17 : छत्तीसगढ के कवर्धा जिले में एक अनोखी शादी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है, दरअसल 73 साल के दूल्हे ने 67 साल की दुल्हन से शादी की है, बकायदा दोनों ने सात फेरे लिये, जो अरमान 50 साल पहले था, अब जाकर बेटे ने पूरा किया, पिता की इच्छा पूरी करते हुए बेटे ने हिंदू रीति-रिवाज से बुजुर्ग दंपत्ति की शादी कराई, इस शादी के सैकड़ों लोग गवाह बनें, कवर्धा जनपद के ग्राम खैरझिटी के रहने वाले सुकाल निषाद 73 साल और गौतरहिन बाई निषाद ने 14 फऱवरी वेलेंटाइन डे के दिन प्रेम विवाह किया, इनकी तीन संतानें हैं, दो बेटा और एक बेटी, उनकी भी शादी हो चुकी है।
शादी को लेकर मलाल
दरअसल सुकाल राम को इस बात का मलाल था कि उसकी शादी धूमधाम से और हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार नहीं हुई थी, इसे लेकर गांव में चर्चा था कि मरने के बाद उसे मोक्ष की प्राप्ति नहीं होगी, लिहाजा गांव वाले और परिवार के लोगों की रजामंदी से गांव में नवधा रामायण स्थल पर सबकी सहमति से वरमाला का कार्यक्रम हुई, तेल हल्दी लगाया गया, पूरी परंपरा का निवर्हन करते हुए शादी रचाई गई, जो पूरे जिले में चर्चा का विषय रहा।
ऐसी लव स्टोरी नहीं सुनी होगी आपने
दरअसल ये मामला कवर्धा के ग्राम खैरझिटी का है, इस लव स्टोरी की शुरुआत 50 साल पहले हुई थी, जब सुकाल राम अपने दोस्त के लिये लड़की देखने बेमेतरा जिले के ग्राम बिरसिंघी गये थे, जिस लड़की को देखने गये थे, उसकी छोटी बहन थी गौतरहीन निषाद, जो सुकाल राम को पसंद आ गई, लेकिन तब सुकाल के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, सो दोनों शादी नहीं कर पाये, हालांकि बाद में सुकाल गौतरहीन को बिना शादी किये ही पत्नी मानकर घर ले आया।
बच्चों ने कराई शादी
पिछले पचास साल से ये दंपत्ति एक साथ रह रहा था, लेकिन सुकाल राम को इस बात का मलाल था कि उनकी शादी धूमधाम से और रीति रिवाज से नहीं हुई, जिसके बाद सुकाल राम के बेटे ने आस-पड़ोस के लोगों से बात की, फिर अपनी मां और पिता की शादी धूम-धाम से की, जिसके बाद इस शादी की खूब चर्चा हो रही है।