बुमराह के दोस्त ने मचाई खलबली, पहले बल्ले से किया कमाल, फिर गेंद से धमाल, 9 रन पर आधी टीम समेट दी

राजकोट में सौराष्ट्र और गुजरात के बीच रणजी ट्रॉफी का सेमीफाइनल खेला गया, इस मुकाबले के शुरुआती दो दिन सौराष्ट्र ने दबदबा बना कर रखा, लेकिन तीसरे दिन बाजी पलट गई।

New Delhi, Mar 03 : न्यूजीलैंड दौरे पर विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया को वनडे और टेस्ट सीरीज में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा, टीम के लिये सबसे निराशा की बात तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन रहा, वो ना तो वनडे में रंग में दिखे ना ही टेस्ट में कुछ कमाल कर सके, तेज गेंदबाज भले न्यूजीलैंड दौरे पर उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन ना कर पाये हों, लेकिन उनके एक दोस्त ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में ना सिर्फ अपनी गेंदबाजी से सबका ध्यान खींचा, बल्कि बल्लेबाजी से भी समां बांध दिया।

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फाइनल के करीब गुजरात
आपको बता दें कि राजकोट में सौराष्ट्र और गुजरात के बीच रणजी ट्रॉफी का सेमीफाइनल खेला गया, इस मुकाबले के शुरुआती दो दिन सौराष्ट्र ने दबदबा बना कर रखा, लेकिन तीसरे दिन बाजी पलट गई, सौराष्ट्र के खिलाफ गुजरात को आगे लाने का श्रेय तेज गेंदबाज चिंतन गाजा को दिया जा रहा है, उन्होने सौराष्ट्र के 304 रनों के जवाब में गुजरात की पहली पारी 155 पर ही 8 विकेट खोकर संघर्ष कर रही थी, उन्होने 61 रनों की पारी खेलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, फिर दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने आई सौराष्ट्र के बल्लेबाजों को परेशान करते हुआ 4.2 ओवर में सिर्फ 9 रन देकर आधी टीम को पवेलियन भेज दिया, दिन का खेल खत्म होने तक सौराष्ट्र ने 5 विकेट पर 66 रन बना लिये हैं।

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आज मेरा दिन था
चिंतन गाजा के इस चमत्कारी प्रदर्शन के बाद सौराष्ट्र की टीम ने फिलहाल 118 रन की बढत ले ली है, अगर चौथे दिन गुजरात की टीम सौराष्ट्र को जल्द समेत देती है, तो फिर फाइनल में पहुंच सकती है, इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक चिंतन ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा कि आज मेरा दिन था, मुझे लगता है कि पहली पारी में बढत लेने के बाद सौराष्ट्र की टीम थोड़ी आरामतलबी के मूड में आ गई है।

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अंडर 19 क्रिकेट के दिनों से बुमराह के साथी
चिंतन और बुमराह की दोस्ती अंडर 19 क्रिकेट के दौरान हुई थी, चिंतन ने बताया कि मैंने जसप्रीत से पूछा कि अलग-अलग पिचों के हिसाब से मुझे कैसी गेंदबाजी करनी चाहिये, तो उन्होने मुझे अपनी गेंदबाजों में बदलाव करने को कहा, उन्होने मेरी सीम पोजिशन के बारे में बताया कि बॉल को कहां लैंड कराना चाहिये, मैंने इस पर काम किया है, मैं कोशिश करता हूं कि गेंद की सीम को पिच पर टप्पा खिला सकूं, क्योंकि उसके बाद गेंद तेजी से निकलती है, किसी भी बल्लेबाज को पता नहीं होता कि गेंद का रुख क्या होगा, 5 में से तीन विकेट उन्होने विकेट के पीछे लिये।