पूरी रात चली दोषियों को बचाने की कोशिश लेकिन आखिरकार वो हुआ जिसका 7 साल से इंतजार था

निर्भया आज सुकून में होगी, चैन की सांस ले रही होगी । देश की न्‍याय व्‍यवस्‍था को धन्‍यवाद दे रही होगी । कह रही होगी, देर से ही सही न्‍याय तो मिला ।

New Delhi, 20 Mar : 7 साल 3 महीने, 8 दिन पहले दिल्‍ली की सुनसान सड़कों पर एक निर्भया अपने अंजाम से अंजान जिंदगी जी रही थी । लेकिन कुछ हैवानों को उसकी ये हंसी-खुशी पसंद नहीं आई । चलती बस में उससे हैवानियत का हर वो खेल खेला गया जिसे सुनकर नर्क के जल्‍लादों की भी रूह कांप गई होगी । आज उस निर्भया को इंसाफ मिला है । आज उस बेटी की रूह को सुकून मिला है । उसके दोषियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया है ।

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निर्भया को मिला न्‍याय
कानून की एक लंबी लड़ाई लड़ी गई, निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए । वो इंसाफ जिसके बाद अब   शायद बेटियां सुरक्षित हो जाएं, अब शायद कोई उसे संस्‍कारों का पाठ ना पढ़ाए । साढ़े 7 साल के लंबे इंतजार के बाद ही सही निर्भया को आज न्‍याय मिल ही गया । सुबह साढ़े 5 बजे दोषियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया । लेकिन देर रात भी निर्भया की रूह को छलनी करने की तमाम कोशिशें दोषियों के वकील द्वारा की जाती रही है ।

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पूरी रात चला ड्रामा
निर्भया के दोषियों के वकील ने देर रात भी पहले हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जब वहां से दरवाजे बंद हुए तो सुप्रीम कोर्ट में फांसी टलवाने की कोशिश की लेकिन इस बार कानून ने फैसला सुना दिया । निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के डेथ वारंट पर अमल हुआ । सुबह ठीक 5.30 मिनट पर चारों गुनहगार फज्ञंसी के फंदे पर लटका दिए गए । करीब 50 मिनट तक शवों को लटका कर रखा गया । चारों दोषियों विनय, अक्षय, मुकेश और पवन गुप्ता के शवों को इसके बाद एंबुलेंस के जरिए डीडीयू अस्‍पताल ले जाया गया ।

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मां ने कहा निर्भया न्‍याय दिवस मनाऊंगी
निर्भया के इंसाफ की लंबी लड़ाई में मजबूती से खड़ी रहीं निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि उनकी बेटी को आज सुकून मिला है, न्‍याय मिला है । 20 मार्च को वो न्‍याय दिवस मनाएंगी । आज देश के कानून ने इंसाफ किया है और हर बेटी अब खुद को सुरक्षित महसूस कर रही है । वहीं निर्भया के पिता का भी बयान आया । फांसी के बाद उन्‍होने कहा इंतजार लंबा था लेकिन अब सुकून मिल गया है । देश की बेटियां अब डरेंगी नहीं, कानून उनके साथ है ।