हम कोरोना में उलझे रह गए उधर सुकमा में 17 जवान नक्‍सली हमले के शिकार हो गए

पूरा देश कोरोना वायरस के खतरे से डरा हुआ है वहीं छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का एक बड़ा हमला हो गया । इस हमले में देश ने 17 जवान खो दिए ।

New Delhi, Mar 22: सुकमा में आज हुए एक नक्‍सली हमले में डीआरजी-एसटीएफ के 17 जवान शहीद हो गए । जबकि 14 घायल हो गए हैं । ये पहली बार है जब इस टुकड़ी के जवानों को इतना बड़ा नुकसान हुआ है । हमले में घायल जवानों को हेलिकॉप्टर की मदद से रायपुर रेफर किया गया है । बताया जा रहा है कि बस्तर के इतिहास में ऐसा पहली बार है जब डीआरजी यानी कि डिस्ट्रिक रिजर्व गार्ड के जवानों को इतना भारी नुकसान हुआ है । शहीद हुए 17 जवानों में से 12 जवान डीआरजी के हैं ।

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स्‍थानीय युवकों का दल
ये घटना इसलिए और दुखद है क्‍योंकि डीआरजी स्थानीय युवकों द्वारा बनाया गया सुरक्षा बलों का एक दल है, जो कि नक्सलियों के खिलाफ सबसे अधिक प्रभावी रहा है । खबर है कि नक्सलियों ने जवानों के 15 हथियार भी लूट लिए, जिनमें AK-47, इंसास, LMG और UBGL जैसे हथियार भी शामिल हैं । हमले की ये घटना शनिवार दोपहर ढाई बजे के आसपास की है जब कोराजगुड़ा के चिंतागुफा इलाके में सशस्त्र बलों और पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई शुरू की ।

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नक्‍सलियों के छिपे होने की मिली थी सूचना
ऑपरेशन में पुलिस की डिस्ट्रिक रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स और कोबरा – कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन बटालियन ने एक साथ मोर्चा संभाला था । संयुक्त टीम को एल्मागुंडा के नजदीक नक्सलियों के छिपे होने की सूचना मिली । इस गुप्‍त सूचना के आधार पर ही संयुक्त टीम ने अपने चिंतागुफा, बुर्कापाल और टिमेलवाडा कैंप से नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की । बताया जा रहा है कि एल्मागुंडा के नजदीक कोराजगुड़ा पहाड़ियों में सशस्त्र बल और पुलिस की संयुक्त टीमें जैसे ही पहुंची, नक्सलियों ने इस टीम पर तुरंत हमला बोल दिया ।

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नक्‍सलियों के भी मारे जाने की खबर
ज्‍वॉइंट ऑपरेशन टीम के अधिकारी ने बताया कि ग्राउंड इनपुट के आधार पर ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कम से कम 5 नक्सली मारे गए हैं और इतनी ही संख्या में घायल भी हैं । सशस्त्र बलों ने भी नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया, और उन्हें पीछे हटने को मजबूर कर दिया गया । बताया जा रहा है कि शुरुआत में 13 जवानों से संपर्क नहीं हो पा रहा था, जो कि इस कार्रवाई में शामिल थे । बाद में जब तलाश किया गया तब उनके शव जंगलों से बरामद हुए ।