घर-परिवार पर लगी है काली नजर ? नवरात्र के इस दिन रात में करें एक खास पूजा

नवरात्र में रात्रि पूजा का विशेष महत्‍व । सूरज ढलने के बाद शांत वातावरण में की गई आराधना का फल विशेष रूप से मिलता है । आगे पढ़ें, नवरात्रि में रात्रि पूजा के और लाभ …

New Delhi, Mar 26: नवरात्र में हिंदू धर्मानुयायी शक्ति के नौ रुपों की उपासना करते हैं । पूजा अर्चना और विशेष सिद्धियों की प्रापित के लिए इन नौ दिनों में रात्रि का समय सबसे शुभ माना जाता है । जैसे दशहरा, दीपावली और होलिका रात्रि में मनाए जाते हैं वैसे ही शिवरात्रि और नवरात्रि के पावन दिनों में भी रात के पहर का विशेष महत्‍व होता है ।

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रात्रि पूजा का विशेष महत्‍व
नवरात्रि के साथ तो रात्रि शब्‍द अपने आप में ही जुड़ा हुआ है, इसलिए इसकी महत्‍ता अपने आप ही बन जाती है ।   ज्‍योतिष शास्‍त्री कहते हैं कि मां शक्ति के इन नौ दिनों की रात, मां की भक्ति , चिन्‍तन मनन के लिए उपयुक्‍त समय होती है । इस समय लोग मां का ध्‍यान करें फल अचूक होगा । साल में दो बार मां दुर्गा अपने भक्‍तों के लिए आती हैं और भक्‍त भी तन मन धन से मां की आराधना करते हैं ।

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शांत होता है वातावरण, मन रहता है एकाग्र
रात में पूजा-अर्चना करने के पीछे तर्क ये है कि इस समय में पूर्ण शान्ति होती है । मन को एकाग्र करना आसान सरल होता है । प्रकृति के कई अवरोध समाप्त हो जाते हैं । इस शान्त वातावरण में किया गया मंत्रों का जाप खास लाभ देता है । इस समय में ध्यान नहीं भटकता ।  इस समय को आत्मशक्ति के साथ मानसिक शक्ति प्राप्‍त करने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है ।

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बातें ध्‍यान में रखिए
नवरात्र के नौ दिन भोजन का ध्‍यान रखना चाहिए । जो लोग व्रत का पालन कर रहे हैं उन्‍हें फलहार लेना चाहिए, व्रत वाले खद्य पदार्थ ग्रहण कर सकते हैं, लेकिन वो लोग जो व्रत के पालन में नहीं है वो भी सात्विक भोजन ही लें । दरअसल इस व्रत का आगमन मौसम में परिवर्तन का संकेत भी है । इस दौरान हल्‍का भोजन लेना आपकी सेहत के लिए अच्‍छा माना जाता है ।