उद्धव ठाकरे की वजह से जबरदस्त ट्रोल हो रहे राजदीप सरदेसाई, लोगों ने कहा जिंदगी भर के लिये तालाबंदी
राजदीप सरदेसाई के इस ट्वीट पर कई सोशल मीडिया यूजर उन्हें ट्रोल करने लगे, एक यूजर ने लिखा, अगर फेक न्यूज की दुकान बंद हुई, तो आप तो जिंदगी भर के लिये तालाबंदी हो जाओगे।
New Delhi, Apr 05 : कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिये मोदी सरकार और राज्य सरकारें तमाम कोशिशें कर रही है, इसके बावजूद पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो रहा है, कोरोना को लेकर अफवाहों का भी बाजाप गरम है, जिसे ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है, सीएम ठाकरे ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में सभी जाति-धर्म, संप्रदाय का पूरा सहयोग मिल रहा है, लेकिन फेक न्यूज फैलाकर इस लड़ाई को कमजोर करने वालों से सरकार सख्ती से निपटेगी, इंडियन एक्सप्रेस की इस रिपोर्ट को शेयर करते हुए चर्चित वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने सीएम की तारीफ की, जिसके बाद उन्हें बुरी तरह ट्रोल किया गया।
राजदीप ने क्या लिखा
वरिष्ठ पत्रकार राजदीर सरदेसाई ने इस न्यूज को पोस्ट करते हुए लिखा, एक नेता जिसने इस संक्रमण के खिलाफ पहले दिन से अपना संदेश साफ रखा है, पहले दिन से कोई नाटक नहीं किया, वो शांत और दृढ रहे हैं, अब फेक न्यूज के खिलाफ बोल रहे है, वेल डन उद्धव ठाकरे।
लोग कर रहे ट्रोल
राजदीप सरदेसाई के इस ट्वीट पर कई सोशल मीडिया यूजर उन्हें ट्रोल करने लगे, एक यूजर ने लिखा, अगर फेक न्यूज की दुकान बंद हुई, तो आप तो जिंदगी भर के लिये तालाबंदी हो जाओगे, तो एक और यूजर ने लिखा, एक मूर्ख दूसरे मूर्ख को प्रमाण पत्र दे रहे हैं। तो एक और यूजर ने वरिष्ठ पत्रकार पर आरोप लगाया कि मुश्किल समय में भी वो अपना एजेंडा सेट कर रहे हैं, यूजर ने लिखा तुम एजेंडा ना छोड़ना भले दुनिया जल जाए।
https://twitter.com/Tilak__M/status/1246674027118088192
फेक न्यूज वालों को संदेश
फेक न्यूज के खिलाफ सख्त तेवर दिखाते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा था कि कोरोना की तरह एक और सांप्रदायिक वायरस है, मैं ऐसे लोगों को चेतावनी दे रहा हूं, जो आम नागरिकों में गलत संदेश फैला रहे हैं। उन्होने ये भी कहा कि कुछ लोग मजे के लिये ऐसे वीडियो साझा कर रहे हैं, मैं ऐसे लोगों को चेतावनी दे रहा हूं, आप लोग इस बात को समझें कि कोविड-19 लोगों को बीमारी देने से पहले उनका धर्म नहीं देखता, मालूम हो कि देश भर में सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में ही देखने को मिले है, 556 मामले सामने आये हैं, जिसमें से 42 लोग स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट चुके हैं, तो 24 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।