13 साल पहले इस वजह से अकाल मृत्यु को प्राप्त हुआ ये एक्टर, रामायण में मेघनाद बन इंद्र को जीता था
राम-लक्ष्मण को मूर्छित देखकर सब निराश होने लगे। वहीं लंका में मेघनाद की जय जयकार होने लगती है, इसके साथ ही सोशल मीडिया पर मेघनाद की चर्चा भी तेज होने लगी ।
New Delhi, Apr 15 : डीडी न्यूज पर आ रहे धार्मिक कार्यक्रम रामायण की खूब चर्चा है । साथ ही चर्चा इसके किरदारों की भी हो रही है । आज मेघनाद बने एक्टर को लेकर काफी उत्सुकता देखने को मिल रही है । दरअसल रामायण के लेटेस्ट एपिसोड में मेघनाद ने राम-लक्ष्मण को नागपाश में बांध दिया, जिससे मूर्छित होकर खुद तीनों लोको के स्वामी भी गिर पड़े। अब राम-लक्ष्मण को मूर्छित देखकर सब निराश होने लगे। वहीं लंका में मेघनाद की जय जयकार होने लगती है, इसके साथ ही सोशल मीडिया पर मेघनाद की चर्चा भी तेज होने लगी ।
कौन थे रामानंद सागर के मेघनाद ?
रामानंद सागर की रामायण में मेघनाद का किरदार निभाने वाले अभिनेता का नाम विजय अरोड़ा है। ये कोई मामूली एक्टर नहीं बल्कि तराशे हुए अभिनेता थे । इंद्रजीत के किरदार में इन्होने जान डाल दी । 1971 में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से ग्रेजुएशन करने के बाद विजय ने हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया । उनकी पहली फिल्म का नाम जरूरत था, लेकिन ये चली नहीं । इसके बाद विजय अरोड़ा ने जीनत अमान के अपोजिट फिल्म यादों की बारात की, जिससे उन्हें नाम भी मिला और आगे काम भी ।
जानी-मानी हिरोइन्स के साथ किया काम
विजय अरोड़ा ने इसके बाद एक से बढ़कर एक फिल्म की, बतौर लीड एक्टर आशा पारेख से लेकर जया भादुड़ी, वहीदा रहमान, शबाना आजमी, तनुजा, परवीन बाबी और मौसमी चटर्जी जैसी अभिनेत्रियों के साथ काम किया । उन्होंने अपने करियर में 110 फिल्मों और करीब 500 से अधिक सीरियल्स में काम किया। इसके साथ ही गुजराती और हिंदी नाटकों में भी कला की छाप छोड़ी ।
कैंसर से हुई मौत
साल 2007 में पेट के कैंसर के चलते वह 62 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए। उनकी पत्नी दिलबर अरोड़ा को उनकी मौत का गहरा सदमा पहुंचा । विजय अरोड़ा के बेट फरहद ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके पिता की मौत के बाद मां डिप्रेशन में चली गईं थीं । वो इतना परेशान रहने लगीं थीं कि अजीब सी हरकतें भी करने लगीं । किसी से मिलती नहीं थीं । चीखती और चिल्लाती थीं । बहुत समय बाद इलाज के बाद वो ठीक हुईं ।