ममता सरकार पर गंभीर आरोप ‘कोरोना से मरने वालों के शवों को अंधेरे में ठिकाने लगवाया’ : Video सुबूत

कोरोना वायरस के खतरे और इससे बचाव की कोशिशों के बीच सियासत भी अपना काम कर रही है । बंगाल बीजेपी ने एक वीडियो जारी कर ममता सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है ।

New Delhi, Apr 25 : देश में कोरोना महामारी का प्रकोप है, लगातार संक्रमित लोगों के मामले बढ़ते जा रहे हैं, साथ ही बढ़ रही है मरने वालों की संख्‍या । इस बीच राजनीतिक दल भी सक्रिय हैं, मौका राजनीति का तो नहीं लेकिन सरकार की ओर से हो रही लापरवाही उजागर करने का जरूर है । ताकि कोई भी गड़बड़ी ना हो, लापरवाही को सुधारा जा सके । बहरहाल इन सारी खबरों के बीच बंगाल से एक खबर आ रही है । बंगाल बीजेपी ने एक वीडियो जारी कर ममता सरकार पर सवाल उठाए हैं ।

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रात के अंधेरे में क्‍या करने की कोशिश ?
पश्चिम बंगाल बीजेपी के ऑफीशियल ट्विटर हैंडल से 3 मिनट का एक वीडियो शेयर किया गया है । जिसमें दावा है कि बंगाल में स्वास्थ्य कर्मचारी रात के अंधेरे में रिहायशी इलाके में कोरोना से संक्रमित मरीजों के शवों को डंप करने की कोशिश कर रहे हैं । मामले में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का बयान आया है, उन्‍होने इस तरह से शवों को डंप करना पंरपरा के विपरीत बताया और ममता सरकार पर सवाल उठाए ।

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विजयवर्गीय ने उठाए सवाल
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा –  “कोरोना से हुई मौतों को छिपाने के लिए शवों को अंधेरे में ठिकाने लगाया जा रहा है । शवों का ये अपमान है और परंपरा के विपरीत भी है ।  रिहायशी इलाके में शवों के अंतिम संस्कार से संक्रमण फैलने का भी खतरा है ! समझा जा सकता है कि इस समय राज्य की स्थिति कितनी भयावह है।” ममता सरकार की करतूतों को उजागर करता ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है ।

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राज्यपाल ने कहा ‘जनविरोधी’
वहीं इस वीडियो के सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला  । राज्यपाल ने ममता सरकार पर कोविड-19 से निपटने में असफल रहने का आरोप लगाया और ये भी कहा कि इसके परिणाम काफी दुखदायी होंगे । उन्‍होने ममता के रवैयो को ‘जन-विरोधी’  कहा । धनकड़ ने कहा कि कोरोना वायरस प्रकोप को हैंडल करने में ममता सरकार विफल रही है, जिस वजह से लोगों का ध्‍यान जानबूझकर इससे हटाया जा रहा है । सरकार अल्पसंख्यक समुदाय के तुष्टिकरण के साथ ही संविधान की अवहेलना का काम भी कर रही है । राज्‍यपाल ने कठोर शब्‍दों का प्रयोग कते हुए कहा – “मैं निश्चित ही राज भवन में निर्थक नहीं बैठ सकता, जब राज्य के लोग संकट में हों । मैं परेशान लोगों की गंभीर समस्या से मुंह नहीं मोड़ सकता।”