तेल का खेल : 18 रुपए के पेट्रोल पर 49 रुपए का टैक्स, पेट्रोल – डीजल का ये गणित समझिए
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को सस्ता होना चाहिए, लेकिन भारत में ऐसा नहीं हो रहा है । आगे जानें, ऐसा क्यों होता है ।
New Delhi, May 06 : कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर की अर्थव्यवस्था हील गई है, कच्चे तेल की कीमतों में भी भारी गिरावट आई है । हालत ये हैं कि अमेरिकी बाजार में इसकी फ्यूचर प्राइस को लेकर नेगेटिव आंकड़े आ रहे हैं, लेकिन भारत में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम दिमगा पर बल डाल रहे हैं । आखिर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम होती कच्चे तेल की कीमत के बावजूद भारत में पेट्रोल – डीजल इतना महंगा क्यों मिल रहा है ? दिल्ली में पेट्रोल जहां 71.26 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 69.39 रुपये प्रति लीटर।
भारत में उत्पादन नहीं
भारत में खपत को 85 फीसदी कच्चा तेल बाहर से आता है, देश में पेट्रोलियम पदार्थों की मांग तेजी से बढ़ी है, लेकिन उत्पादन पर्याप्त नहीं है । जिसके चलते हमें करीब 85 फीसदी कच्चा तेल बाहर से आयात करना पड़ता है । अब यदि विदेशी बाजार में यह महंगा हो तो घरेलू बाजार में भी पेट्रोल—डीजल महंगा होगा लेकिन यदि कच्चा तेल सस्ता हो तो पेट्रोलियम उत्पाद भी सस्ता होना चाहिए, फिर ऐसा होता क्यों नहीं । दरअसल ये सारा टैक्स का खेल है । केन्द्र से लेकर राज्य सरकार तक, पेट्रोल के दामों में भारी टैक्स वसूलते हैं, अबर ऐसा ना हो ता पेट्रोल-डीजल 10 से 20 रुपए लीटर में आसानी से मिले ।
पेट्रोल पर टैक्स
जरा इस बात को समझिए, जब आप 71 रुपये प्रति लीटर की दर से पेट्रोल लेते हैं तो ये सारा पैसा पेट्रोल कंपनियों को ही नहीं जाता । इसमें से आधा से ज्यादा पैसा टैक्स के रूप में केंद्र और राज्य को जाता है । ऑइल मार्केटिंग कंपनी इंडियन ऑइल से मिली एक जानकारी के मुताबिक इस समय दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 71 रुपए 26 पैसे का है, लेकिन इसके बाकी आंकड़े देखें तो पेट्रोल की एक्स फैक्ट्री कीमत या बेस प्राइस महज 17.96 रुपये है । केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी के रूप में 32.98 रुपये वसूलती है । इसके बाद ढुलाई खर्च 32 पैसे, डीलर कमीशन 3.56 पैसे और राज्य सरकार का वैट करीब 16 रुपए 44 पैसे का है । राज्य सरकार डीलर कमीशन पर भी वैट लगाती है । अब ये सब मिलाकर 18 रुपए के पेट्रोल की कीमत आम जनता के लिए 71.26 रुपये हो जाती है ।
डीजल पर टैक्स
डीजल के भी कुछऐसे ही हाल हैं । दिल्ली में एक लीटर डीजल की एक्स फैक्ट्री कीमत या बेस प्राइस 18.49 रुपए है । प्रति लीटर ढुलाई खर्च 29 पैसे लगता है । केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी है 18.78 रुपये, डीलर कमीशन बनता है 2.52 रुपये और राज्य सरकार का वैट लबता है 16.26 रु । ये सब मिलाकर डीजल की कीमत 69.39 रुपये हो जाती है । केंद्र और राज्य सरकार का प्रति लीटर कुल टैक्स 48.09 रुपये है । यानी कुल मिलाकरआम जन हर मोर्चे पर महंगाई की मार झेल रहा है, ये टैक्स ना हो तो डीज-पेट्रोल आपको एक लीटर पानी की बोतल के दाम में मिल सकते हैं ।