Corona: इटली में मरीजों की संख्‍या तेजी से हो रही है कम, दावा ‘वैक्‍सीन का सफल रहा परीक्षण’

इटली में लोगों ने राहत की सांस ली है, खबर आ रही हैं कि यहां कोरोना संक्रमण के नए मरीजों में लगातार गिरावट दर्ज की गई है । यहां के वैज्ञानिकों ने पहली वैक्‍सीन बनाने का भी दावा किया है ।

New Delhi, May 07 : इटली में कोरोना महामारी किसी प्रकोप की तरह फैली और इससे पहले कि सरकार, प्रशासन संभल पाता हजारों जानें इसके सुपुर्द हो गईं । लेकिन अब इटली में जनजीवन राहत की सांस ले सकता है, ताजा आंकड़े कोरोना संक्रमण में गिरावट की बात कर रहे हैं । यहां नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, इटली ने सक्रिय कोरोना संक्रमण और गहन देखभाल के मामलों में भी गिरावट दर्ज की है। सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक इटली में  मंगलवार को संक्रमित रोगियों की तादाद 99,980 दर्ज की गई, जबकि 20 अप्रैल को यहां 98,967 सक्रिय संक्रमण मरीज थे।

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इटली में कोरोना का संक्रमण सीमित हुआ
आंकड़े बता रहे हैं पिछले दिनों में इटली में कोरोना महामारी का प्रकोप सीमित हो गया है । देश में 2,352 कोरोना मरीज ठीक होकर घर   जा चुके हैं जबकि  रोम में 24 घंटों में 236 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है । कुल मरने वालों की संख्‍या यहां 29,315 पहुंच गई है । इटली में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 85,231 के पार जा चुका है । आपको बता दें इटली में 10 मार्च से राष्‍ट्रव्‍यापी लॉकडाउन लागू है । इसी सोमवार को इसे आंशिक रूप से खोला गया । इटली के प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोम्‍टे ने कहा कि देश में लॉकडाउन के प्रतिबंधों को सीमित किया गया है, इटली के लोगों ने महामारी के दौरान अच्‍छा काम किया ।

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वैक्‍सीन बनाने का दावा
महमारी के प्रकोप में पूरी दुनिया के देशों के कोशिश है कि वो जल्‍द से जल्‍द इस बीमारी का टीका बना लें । इसी बीच इटली ने दावा किया है कि उसे कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने में सफलता मिल गई है । अरब न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक इटली कोविड-19 की वैक्सीन बनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है जो इंसानों पर भी असरदार है । यह रिपोर्ट रोम के ‘इंफेक्शियस डिसीज स्पैलनज़ानी हॉस्पिटल’ में हुए एक परीक्षण पर आधारित है । रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन ने चूहों के शरीर में एंटीबॉडीज जेनरेट की है,  जिसका असर इंसान की कोशिकाओं पर भी होता है ।

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वैज्ञानिकों ने चूहों पर ट्रायल किया, ह्यूमन ट्रायल अभी बाकी
वैक्सीन का परीक्षण करने के लिए वैज्ञानिकों ने चूहों का इस्तेमाल किया था । दवा बनाने वाली एक फर्म ‘ताकीज़’ के सीईओ लिगी ऑरिसिशियो को उम्मीद है कि गर्मियों के बाद वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो जाएगा । शोधकर्ताओं ने रिपोर्ट में कहा –  ‘इम्युनिटी जेनरेट करने वाले अब तक हमारे पांच वैक्सीन कैंडिडेट्स का कोरोना वायरस पर असर हुआ है. वैक्सीन के दूसरे प्रयोग में हमें ज्यादा बेहतर परिणाम मिलने की उम्मीद है।’