दोस्त की बहन पर आ गया दिल, धर्म की दीवार गिराकर की थी शादी, एकदम फिल्मी है क्रिकेटर की लव स्टोरी

जब अजित अगरकर ने भारतीय टीम के लिये डेब्यू किया, तो इस दौरान उनके खास दोस्त मजहर अकसर उनके मैच देखने जाया करते थे, मजहर के साथ उनकी बहन फातिमा भी आती थी।

New Delhi, May 12 :  टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर अजित अगरकर ने हाल ही में मुख्य चयनकर्ता बनने के लिये आवेदन दिया था, हालांकि उनका चयन नहीं हो पाया, लेकिन माना जा रहा है कि अगले साल वो सलेक्टरों की टीम में शामिल हो जाएंगे, भारतीय टीम के लिये एक दशक से ज्यादा समय तक क्रिकेट खेलने वाले अगरकर ने कई बार शानदार प्रदर्शन किया है, वो बल्ले से भी अच्छी पारियां खेलने की काबिलियत रखते थे, एक समय में उन्हें ऑलराउंडर के रुप में जाना जाने लगा था, इसकी वजह थी गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी प्रभावी प्रदर्शन, खैर आज हम आपको तेज गेंदबाज के करियर नहीं बल्कि पर्सनल लाइफ के बारे में बताते हैं।

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दोस्त की बहन पर आया दिल
जब अजित अगरकर ने भारतीय टीम के लिये डेब्यू किया, तो इस दौरान उनके खास दोस्त मजहर अकसर उनके मैच देखने जाया करते थे, मजहर के साथ उनकी बहन फातिमा भी आती थी, मजहर ने ही अपनी बहन से दोस्त को मिलवाया था, जिसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई, दोस्ती कब प्यार में बदल गया, दोनों को पता ही नहीं चला, दोनों शादी करने चाहते थे, लेकिन धर्म अलग होने की वजह से दोनों के घर वाले इस रिश्ते के लिये राजी नहीं थे।

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शादी के खिलाफ
घर वालों के साथ-साथ बाहरी लोग भी अजित अगरकर के इस फैसले की आलोचना करने लगे, आपको बता दें कि अजित मराठी पंडित हैं जबकि फातिमा मुस्लिम, इस वजह से दोनों के चाहने के बावजूद लव स्टोरी शादी के मंडप तक पहुंच नहीं पा रहे थी, जिसके बाद अगरकर ने साल 2002 में धर्म की हर दीवार को तोड़ने का फैसला लिया, दोनों ने शादी कर ली।

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घर वाले भी मान गये
दोनों के घर वाले इस शादी के खिलाफ थे, लेकिन जब दोनों ने मन बना लिया, कि एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते, तो घर वालों को भी बच्चों की खुशी के खातिर सरेंडर करना पड़ा, हालांकि शादी के कुछ दिनों बाद तक रिश्ते में तनाव रहा, लेकिन फिर धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो गई।

कई उपलब्धियां
अजित अगरकर ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान कई उपलब्धियां हासिल की, 1 अप्रैल 1998 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोच्चि वनडे से करियर की शुरुआत करने वाले अजित बेहद कम समय में भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की कर ली, उसी साल जिम्बॉब्बे के खिलाफ उन्हें टेस्ट कैप भी मिला, अगरकर ने 191 वनडे मैचों में 288 विकेट चटकाये हैं।