लॉकडाउन 4 के लिए तैयार हो जाइए, इस बार नियम कुछ इस तरह होंगे, PM-CM बैठक में हुई लंबी चर्चा

कोरोना वायरस के बढ़ते मामले साफ इशारा कर रहे हैं कि अभी लॉकडाउन खोलने का समय नहीं आया है, तो क्‍या लॉकडाउन 4 कंफर्म है, पढ़ें प्रधानमात्री और मुख्‍यमंत्रियों की बैठक में क्‍या हुआ ।

New Delhi, May 12 : कोरोना महामारी के बीच देश में लागू लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को समाप्‍त होने वाला है, लेकिन क्‍या देश अभी इसे पूरी तरह खोलने के लिए तैसार है । बिलकुल नहीं, कोरोना के लगातार बढ़ते मामले तो इसी ओर इशारा कर रहे हैं कि अभी लॉकडाउन खुला तो मुश्किल और बढ़ सकती हैं । लॉकडाउाउन एक्‍सटेंशन, और वर्तमान में कोरोना संकट को देखते हुए सोमवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच लंबी बातचीत हुई । जिसमें संकेत तो यही मिल रहे हैं कि लॉकडाउन 4 के लिए हमें तैयार होना होगा । लेकिन इस बार इसमें काफी कुछ अलग होगा ।

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6 घंटे चली बैठक
सोमवार को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों के बीच वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिग के जरिए हुई बैठक 6 घंटे तक चली । सभी राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों ने प्रधानमंत्री को अपनी परेशनियों से अवगत कराया, साथ ही लॉकडाउन को लेकर अपनी-अपनी राय सबके सामने रखी । महाराष्ट्र, पंजाब, बंगाल और तेलंगाना राज्‍यों ने लॉकडाउन को बढ़ाने की मांग की तो वहीं दूसरे राज्यों ने भी सिर्फ रेड ज़ोन और कंटेनमेंट ज़ोन में सख्ती के लिए हामी भरी ।

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मिल सकती है छूट
लॉकडाउन 4.0 को लेकर इस बार संभावना बन रही है कि राज्‍यों को आर्थिक गतिविधियों की छूट मिल सकती है । जिसमें कई अन्‍य नियम भी शामिल हो सकते हैं । खास बात ये कि इस बार केन्‍द्र से नहीं बल्कि राज्‍य खुद अपने नियम बना सकते हैं ।  इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नया नारा भी दिया, उन्‍होने कहा –  जन से जग तक । बैठक में बीच प्रधानमंत्री की ओर से राज्यों से लॉकडाउन के अगले चरण या इसे खोलने-बढ़ाने को लेकर सुझणव मांगे गए । कई राज्यों ने प्रधानमंत्री से इस बात की मांग की कि सरकार ज़ोन तय करने की ताकत राज्यों के हाथ में दे ।

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अलग-अलग राय
बैठक में सभी राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों ने अपनी राय साझा की । उद्धव ठाकरे ने जहां कहा कि बिना लॉकडाउन के आगे बढ़ना काफी मुश्किल हो सकता है, तो वहीं ममता बनर्जी ने केंद्र पर राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि हर किसी का साथ में होना जरूरी है । वहीं तेलंगाना, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों ने ट्रेन सेवा या विमान सेवा की शुरुआत करने को मना किया । बहरहाल लॉकडाउन अगर चौथे चरण में जाता है तो उसका स्‍वरूप थोड़ा अलग तो जरूर होगा । देश 25 मार्च से लॉकडाउन में है लेकिन कोरोना के हालात ठीक होने की बजाय मामले 70 हजार पार कर गए हैं, मौत की संख्‍या भी 2200 के पार जा चुकी है । लॉकडाउन 4 ऐसे में समय में जरूरी ही माना जा रहा है ।