हरियाणा सीएम ने नीतीश कुमार को लौटाया पैसा, खत में लिखी दिल छू लेने वाली बात

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बिहार सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होने बिहार सरकार और नीतीश कुमार का आभार जताते हुए पैसे वापस लौटा दिये हैं।

New Delhi, May 18 : एक तरफ तो कोरोना संकट के बीच देश में तरह-तरह की बातों को लेकर सियासत हो रही है, लॉकडाउन में लाचार हो चुके मजदूरों का किराया कौन चुकाएगा, इस बात को लेकर भी तमाम सियासी पार्टियां रोटियां सेंकने में लगी हुई है, इस बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जो फैसला लिया है, उसकी खूब तारीफ हो रही है, दरअसल सीएम खट्टर ने ना सिर्फ बिहार सरकार की ओर से भेजे गये पैसे को लौटा दिया बल्कि बिहारी मजदूरों के लिये दिल छू लेने वाली बात कही है।

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नीतीश को लिखा पत्र
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बिहार सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होने बिहार सरकार और नीतीश कुमार का आभार जताते हुए पैसे वापस लौटा दिये हैं, जिसे देने का प्रस्ताव बिहार सरकार ने भेजा था, सीएम ने ट्वीट कर कहा कि प्रत्येक श्रमिक के हितों की रक्षा की जिम्मेदारी हरियाणा सरकार की है, अगर बिहार से कोई श्रमिक काम करने हरियाणा आता है, तो वो ना सिर्फ बिहार की जिम्मेदारी है, बल्कि हमारी भी जवाबदेही है, इसलिये उन्हें घर भेजने के बदले हम पैसे नहीं लेंगे।

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पत्र में क्या खास है
खट्टर ने लेटर में लिखा है, नीतीश जी आपके अधिकारियों का पत्र मिला, जिसमें आपने लॉकडाउन के चलते हरियाणा में फंसे बिहार के श्रमिकों के बारे में चिंता जाहिर की है, हरियाणा सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं के एवज में खर्च हुई धनराशि देने का प्रस्ताव दिया है, अपने राज्य के नागरिकों के बारे में आपकी चिंता उचित और सराहनीय है, मैं इस लेटर के माध्यम से आपको आश्वस्त करना चाहता हूं, कि हरियाणा में रह रहे प्रत्येक नागरिक हमारे भी उतने ही हैं, जितने वो उन राज्यों के हैं, जहां से आते हैं।

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काम की तलाश में श्रमिक
आपको बता दें कि बिहार के लाखों श्रमिक काम की तलाश में हर साल हरियाणा आते हैं, लेकिन पिछले दो महीने से लॉकडाउन की वजह से उन्हें काफी परेशानी हो रही है, एक तरफ तो उनका काम छीन गया है, दूसरी ओर घर लौटने का भी रास्ता नहीं दिख रहा है, जिसकी वजह से सैकड़ों लोग पैदल ही अपने घरों की ओर निकल पड़े हैं, हालांकि सरकार कोशिश कर रही है, कि सबको सुविधा के साथ घर पहुंचा दिया जाए।