बस किराए पर मचा घमासान, योगी के समर्थन में उतरीं BSP सुप्रीमो मायावती, कांग्रेस को जमकर धोया

पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस और यूपी सरकार में बसों की जंग चल रही थी, अब बस किराए की चल रही है । सारे विवाद में अब मायावती का रिएक्‍शन आया है ।

New Delhi, May 22: प्रवासी मजदूरों के लिए कांग्रेस का बस मुहैया कराने का प्रपंच आखिरकार एक्‍सपोज हो ही गया । ये सब सियासत से ज्‍यादा कुछ नहीं था, ये भी साबित हो गया । आरोप बीजेपी की सरकार पर भी लगे कि फिटनेस के नाम पर कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं राजनीति की जा रही है, लेकिन राजस्‍थान सरकार की ओर यूपी सरकार से बस डीजल के किराए की मांग किए जाने के बाद सब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है । पूरे मामले में अब बसपा सुप्रीमो मायावती की भी नींद टूटी है ।

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38 लाख का बिल, बढ़ा विवाद
उत्तर प्रदेश में बस विवाद ठंडा पड़ता, कांग्रेस और योगी सरकार के बीच की ये बस कॉन्‍ट्रोवर्सी खत्‍म होती उससे पहले ही राजस्थान सरकार ने यूपी सरकार को बसों का बिल थमा दिया । 36 लाख के इस बिल पर अब सियासत तेज होने लगी है । मजदूरों की मदद के नाम पर वाहवाही बटोरना और पीछे से राज्‍य सरकार से पैसे वसूलना कांग्रेस का असली चेहरा सामने ला गया । मामले में अब बसपा सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी का खुलकर समर्थन किया है । कांग्रेस को जमकर खरी खोटी सुनाई है ।

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मायावती का ट्वीट
बसपा सुप्रीमों मायावती ने राजस्थान सरकार पर घिनौनी राजनीति करने का आरोप लगाया है । उन्होंने ट्वीट कर लिखा –  ‘राजस्थान की कांग्रेसी सरकार द्वारा कोटा से करीब 12000 युवा-युवतियों को वापस उनके घर भेजने पर हुए खर्च के रूप में यूपी सरकार से 36.36 लाख रुपये और देने की जो मांग की है वह उसकी कंगाली और अमानवीयता को प्रदर्शित करता है। दो पड़ोसी राज्यों के बीच ऐसी घिनौनी राजनीति अति-दुखःद है।’

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कांग्रेस का राजनीति खेल : मायावती
मायावती यहीं नहीं रूकीं, उन्‍होने दूसरा ट्वीट कर कांग्रेस की राजनीतिक मानसिकता को सबके सामने ला दिया । उन्‍होने कांग्रेस को अमानवीय लिखते हुए कहा – ‘कांग्रेसी राजस्थान सरकार एक तरफ कोटा से यूपी के छात्रों को अपनी कुछ बसों से वापस भेजने के लिए मनमाना किराया वसूल रही है तो दूसरी तरफ अब प्रवासी मजदूरों को यूपी में उनके घर भेजने के लिए बसों की बात करके जो राजनीतिक खेल खेल कर रही है यह कितना उचित और कितना मानवीय?’ आपको बता दें मायावती ने इससे पहले ट्वीट किया था कि कांग्रेस बस की राजनीति करने के बजाए श्रमिकों को ट्रेनों से भेजे ।

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