अयोध्‍या: संतों की पाकिस्‍तान को चेतावनी ‘अंदरूनी मामले में दखल न दें, वरना इस्लामाबाद में भी …’

राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू हो गया है, लेकिन इस मामले में पाकिस्‍तान को चैन नहीं है । हाल ही में पड़ोसी देश ने इसे लेकर टिप्‍पणी की है, जो कि अयोध्‍या के संतों को बिलकुल मान्‍य नहीं ।

New Delhi, May 28: राम मंदिर निर्माण को लेकर पाकिस्तान की ओर से टिप्‍पणी भारत के संतों को कतई बर्दाश्‍त नहीं हो रही । इस टिप्पणी पर भड़के अयोध्या के साधु-संतों ने पड़ोसी देश को नसीहत देते हुए कहा है कि पाकिस्तान अपनी हद में रहे, भारत के अंदरूनी मामलों में दखल ना दे । नहीं तो इस्लामाबाद में भी राम मंदिर बनेगा । संतों की भारत सरकार से भी मांग है कि पाकिस्तान को उसके इस बयान के लिए सबक सिखाया जाए । वहीं मामले में बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी का भी बयान आया है, उन्‍होने भी कहा कि पाकिस्तान भारत के अंदरूनी मामलों में दखल न दे ।

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पाकिस्‍तान की मंशा भारत जानता है
अयोध्‍या के संतों ने दो टूक कहा कि पाकिस्तान का राम मंदिर को लेकर दखल देने का एकमात्र उद्देश्य है कि भारत में हिंदू और मुस्लिमों के बीच दरार बनी रहे । साधु-संतों की मोदी सरकार से मांग है कि पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई कर उसे करारा जवाब देना चाहिए । पाकिस्‍तान को संतों की चेतावनी है कि अगर उसने इसी प्रकार विवाद बढ़ाने वाली बातें की तों इस्लामाबाद में भी भव्य राम मंदिर बनाया जाएगा । भारत में राम मंदिर पर जो भी फैसला आया है उसको भारतीय मुस्लिमों ने स्वीकारा है ।

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इकबाल अंसारी की दो टूक
वहीं बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि विवादित भूमि पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया और सभी ने कोर्ट का सम्मान किया । पूरे हिंदुस्तान का मुस्लिम समाज पूर्ण रूप से संतुष्ट था और अदालत के निर्णय को स्वीकार किया गया । अब पाकिस्तान बाबरी मस्जिद और राम जन्म भूमि के ऊपर राजनीति न करे यह हमारा अंदरूनी मामला है । इसलिए पाकिस्तान हमारे मामलों में दखल न दे । इस पर आपत्ति करने वाला पाकिस्तान कौन होता है ? आज तक पाकिस्तान ने कोई भी अच्छा काम नहीं किया ।

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रामलला के प्रधान पुजारी की मांग
वहीं रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि भारत सरकार पाकिस्‍तान को सबक सिखाए । हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बंटवारे के समय बहुत से ऐसे मंदिर थे जो पाकिस्तान में चले गए, इन सभी को ध्वस्त कर दिया गया । अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद शुरू हुआ है । यह हमारे देश की बात है इसमें दखल देने की आवश्यकता पाकिस्तान को नहीं है । विश्व में आतंकवाद फैलाने वाले पाकिस्‍तान को भारत को समझाने जरूरत नहीं ।

हस्‍तक्षेप ना करें पाकिस्तान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देश भर के संत एक जुट होकर एक आवाज में कह रहे हैं कि पाकिस्‍तान को इस मामले में हस्‍तक्षेप का कोई अधिकार नहीं । राम हमारे आस्था के प्रतीक हैं, हम कभी भी अपने आराध्य का मंदिर बना सकते हैं । उसका जीर्णोद्धार करा सकते हैं । पाकिस्तान को हमारे देश के अंदरूनी मामले में हस्तक्षेप न करने दिया जाए । पाकिस्तान अपनी हद और हैसियत में रहे । नहीं तो वो दिन दूर नहीं जब पाकिस्‍तान में भी भव्‍य राम मंदिर बन जाएगा ।