सचिन तेंदुलकर को 2 बार किया आउट, टीम इंडिया को 4 बार हराया, अब टमाटर बेचकर कर रहा गुजारा
एडो ब्रांडेस ने कम समय में ही उन्होने अपनी छवि एक अच्छे गेंदबाज की बना ली, खासकर टीम इंडिया के खिलाफ उन्होने किफायती गेंदबाजी की।
New Delhi, May 31 : क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे क्रिकेटर हुए हैं, जो गरीबी से आये हैं, लेकिन अपनी क्षमता और काबिलियत के दम पर उन्होने इतिहास रचा है, हालांकि कई ऐसे उदाहरण भी हैं, जो रिटायरमेंट के बाद गरीबी में जी रही हैं, आज हम आपको एक ऐसे ही गेंदबाज की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने सचिन तेंदुलकर जैसे महान बल्लेबाज को अपनी गेंदों पर खुलकर खेलने नहीं दिया, उन्हें दो बार आउट किया, इतना ही नहीं सितारों से सजी टीम इंडिया को चार बार हराया, लेकिन आज वो गेंदबाज टमाटर बेचकर गुजारा करने को विवश है।
एडो ब्रांडेस की कहानी
जी हां, हम बात कर रहे हैं जिम्बॉब्बे के पूर्व तेज गेंदबाज एडो ब्रांडेस की, जिन्होने अपने देश के लिये 10 टेस्ट मैच और 59 एकदिवसीय मैच खेले, ब्रांडेस का इंटरनेशनल करियर और लंबा हो सकता था, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो सका, उन्होने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 96 विकेट अपने नाम किये।
भारत के खिलाफ किफायती गेंदबाज
हालांकि कम समय में ही उन्होने अपनी छवि एक अच्छे गेंदबाज की बना ली, खासकर टीम इंडिया के खिलाफ उन्होने किफायती गेंदबाजी की, ब्रांडेस ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को दो बार आउट किया, इस गेंदबाज के प्लेइंग इलेवन में रहते हुए जिम्बॉब्बे जैसी कमजोर टीम ने भारतीय टीम को 4 बार हराया, एडो ब्रांडेस ने दक्षिण अफ्रीका में खेली गई वनडे सीरीज में टीम इंडिया को जीत से दूर कर दिया था, इस मुकाबले में उन्होने 9.5 ओवर में 41 रन देकर 5 विकेट हासिल किये थे।
ब्रांडेस बने किसान
एडो ब्रांडेस ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच साल 1999 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था, उसके बाद वो कभी क्रिकेट के मैदान पर नहीं दिखे, इतना ही नहीं ब्रांडेस ने जिम्बॉब्बे ही छोड़ दिया, वो ऑस्ट्रेलिया में बस गये, पहले 6 सालों तक वो एक क्रिकेट टीम को कोचिंग देते रहे, फिर कोचिंग छोड़कर खेती में हाथ आजमाने लगे।
टमाटर की करते हैं खेती
कोचिंग छोड़ने के बाद एडो ब्रांडेस ने खेती शुरु की, इस काम में ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर इयान हीली ने उनकी मदद की, हीली ने ब्रिस्बेन में ब्रांडेस के कुछ लोगों से संपर्क स्थापित कराया, आज ब्रांडेस एक हफ्ते में 100 टन टमाटर उगाते हैं, इसके साथ ही उनका परिवार मुर्गा फॉर्म भी चलाता है।