टीम इंडिया के फ्लॉप क्रिकेटरों में नाम किया शामिल, तो पत्नी ने दी गाली, तुम्हारी हिम्मत….

मनोज तिवारी की पत्नी ने टीम इंडिया के फ्लॉप क्रिकेटर्स की प्रोफाइल बनाने वालों को जमकर खरी खोटी सुनाई, उन्होने कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई।

New Delhi, Jun 01 : टीम इंडिया के लिये 12 वनडे और तीन टी-20 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले 34 वर्षीय मनोज तिवारी 2015 के बाद से ही भारतीय टीम से बाहर हैं, वो लगातार वापसी की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि अब युवा खिलाड़ियों की फौज देखकर लग रहा है, कि उनकी वापसी की राह आसान नहीं है, हाल ही में मनोज तिवारी की पत्नी सुष्मिता सेन उन लोगों पर भड़क गई, जो उनके पति को टीम इंडिया के फ्लॉप खिलाड़ियों की सूची में रखते हैं।

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भड़क गई सुष्मिता
मनोज तिवारी की पत्नी ने टीम इंडिया के फ्लॉप क्रिकेटर्स की प्रोफाइल बनाने वालों को जमकर खरी खोटी सुनाई, उन्होने कहा कि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, उन्होने प्रोफाइल का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए लिखा, जिसने भी कभी इस प्रोफाइल को बनाया, उसकी हिम्मत कैसे हुई, इसमें मेरे पति का नाम घसीटने की, आप अपने भद्दे तथ्यों की जांच करें, लोगों के बारे में बकवास पोस्ट करने के बजाय अपनी बेकार जिंदगी के लिये कुछ करें।

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फैंस देने लगे सलाह
हालांकि सुष्मिता के इस पोस्ट के बाद फैंस उन्हें ऐसा पोस्ट नहीं करने की सलाह देने लगे, एक फैन ने लिखा, अगर आप बड़े स्टार क्रिकेटर की पत्नी है, तो इन सब बातों को आपके दिमाग पर असर नहीं पड़ना चाहिये, कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना, छोड़ो बेकार की बातें।

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मेडन शतक के बाद टीम से बाहर
साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में डेब्यू करने वाले मनोज तिवारी के मन में आज भी एक सवाल है, कि आखिर क्यों मेडन वनडे शतक लगाने के बाद भी उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया, कुछ दिन पहले उन्होने एक इंटरव्यू में कहा था कि  अभी तक उन्होने पूर्व भारतीय कप्तान धोनी से नहीं पूछा कि टीम इंडिया की ओर से मेडन वनडे शतक लगाने के बावजूद उन्हें अगले मैच में प्लेइंग इंलेवन से बाहर कर दिया गया, तिवारी उन चुनिंदा बल्लेबाजों में से एक हैं, जो पिछले मुकाबले में शतक लगाने के बाद भी अगले मुकाबले में प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं पा सके।

नाबाद विजयी पारी
मनोज तिवारी ने 2011 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 104 रनों की विजयी पारी खेली थी, लेकिन अगले ही मुकाबले में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया, वो अगले 14 मैच नहीं खेल पाये, तिवारी ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि देश के लिये शतक लगाने और मैन ऑफ द मैच जीतने के बाद मैं अगले 14 मैचों के लिये बाहर हो जाऊंगा, उन्होने दोबारा 8 महीने बाद वापसी की, जब टीम इंडिया 2012 में श्रीलंका दौरे पर गई थी, उन्होने उस मुकाबले में 21 रन बनाय. थे, फिर अर्धशतक जड़ा था, हालांकि इसके बाद फिर उन्हें दो साल के लिये टीम से बाहर कर दिया गया, 2015 में जिम्बॉब्बे के खिलाफ उनकी वापसी हुई, इसके बाद से वो टीम से बाहर ही हैं।