कितने पढे-लिखे हैं योगी, जानिये उत्तराखंड के मामूली परिवार में पैदा हुए अजय बिष्ट कैसे बनें सीएम योगी?
योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर रहे महंत अवैद्य के उत्तराधिकारी और शिष्य हैं, अवैद्य़नाथ गोरखपुर से सांसद थे, उनके बाद इस सीट से साल 1998 से लेकर मार्च 2017 तक योगी गोरखपुर के सांसद रहे।
New Delhi, Jun 05 : यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ किसी समय में उत्तराखंड के एक मामूली नागरिक अजय सिंह बिष्ट हुआ करते थे, उनका जन्म 5 जून 1972 को साधारण परिवार में हुई, हालांकि सीएम योगी पूर्वाश्रम (संन्यास से पहले) का जन्मदिन नहीं मनाते, इनके गोरखपुर आने से लेकर सीएम बनने तक का सफर बेहद दिलचस्प रहा है। आइये आपको उनके जन्मदिन के मौके पर हम इस बारे में बताते हैं।
पढाई
साल 1994 में दीक्षा के बाद अजय सिंह बिष्ट योगी आदित्यनाथ बन गये, योगी हिंदू युवा वाहिनी संगठन के संस्थापक भी हैं, जो कि हिंदू युवाओं का सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह है, आदित्यनाथ ने हेमवती नंदन बहुगुणा गढवाल यूनिवर्सिटी से गणित से बीएससी किया है।
बाघों को बचाने की अपील
साल 1993 में पहली बार गोरक्षनाथ मंदिर पहुंचे आदित्यनाथ को दीक्षा दिलाते समय विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रहे अशोक सिंघल भी मौजूद थे, थाइलैंड के एक पार्क में टाइगर को दूध पिलाते हुए योगी की तस्वीर इंटरनेट पर खूब वायरल हुई थी, छोटे टाइगर के साथ लाड़-प्यार दिखाते योगी ने लोगों से बाघों को बचाने की अपील की थी।
राजनीतिक जीवन
योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठाधीश्वर रहे महंत अवैद्य के उत्तराधिकारी और शिष्य हैं, अवैद्य़नाथ गोरखपुर से सांसद थे, उनके बाद इस सीट से साल 1998 से लेकर मार्च 2017 तक योगी गोरखपुर के सांसद रहे, उनके जीत का अंतर हर चुनाव में बढता रहा, 2017 में उन्होने यूपी के सीएम के रुप में शपथ ली थी। 1998 में जब पहली बार वो संसद पहुंचे, तो उनकी उम्र मात्र 26 साल थी, वो उस लोकसभा चुनाव के सबसे कम उम्र के सांसद थे।