दिल्ली: CM केजरीवाल खुद पड़ गए बीमार, कर लिया है आइसोलेट, अब होगा कोरोना टेस्ट
दिल्ली में कोरोना तेजी से फैल रहा है, रोजाना हजार या इससे ऊपर मामले सामने आ रहे हैं, इस बीच बड़ी खबर मुख्यमंत्री को लेकर आ रही है ।
New Delhi, Jun 08: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत बिगड़ गई है । मीडिया Report के अनुसार उन्हें रविवार से ही हल्का बुखार है और गले में खराश की भी शिकायत है । केजरीवाल की खराब तबीयत के कारण ही अब उनकी सारी मीटिंग कैसिंल कर दी गई हैं । उन्होने कल शाम के बाद से किसी से कोई मुलाकात नहीं की है । बताया जा रहा है कि केजरीवाल ने खुद को आइसोलेट कर लिया है ।
होगा कोरोना टेस्ट
ख्चाबर मिल रही है कि केजरीवाल का अब कोविड-19 का भी टेस्ट होगा । क्योंकि कोरोना के प्राथमिक लक्षण में बुखार सबसे पहले नंबर पर आता है । सीएम को गले में खराश की भी शिकायत है । केजरीवाल को उनकी पिछली मीटिंग के दौरान भी खांसते हुए नोटिस किया गया था, लेकिन वो खांसी की परेशानी से अकसर ही पीडि़त रहते हैं तो हो सकता है कि उन्होने तबीयत पर गौर ना किया हो । बहरहाल सीएम ने खुद को परिवार से अलग कर लिया है और वो कोई मीटिंग भी नहीं ले रहे हैं ।
दिल्ली में हालात गंभीर
बात करें दिल्ली में कोराना वायरस आंकड़ों की तो ये डराने वाले हैं । दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से रोजाना हजार मामले सामने आ रहे हैं । बढ़ते केसेज के कारण ही केजरीवाल सरकार ने अस्पतालों का बंटवारा तक कर दिया है । कैबिनेट ने फैसला किया है कि दिल्ली के अस्पताल, चाहे वो सरकारी हों या निजी उनमें अब सिर्फ दिल्लीवालों का ही इलाज होगा । दिल्ली में मौजूद सिर्फ केंद्र के अस्पतालों में दिल्ली से बाहरवालों का इलाज होगा । केजरीवाल ने बताया कि उन्होने इसके लिए दिल्ली वालों से सलाह ली और तभी ये फैसला किया गया है ।
हेल्प डेस्क, अधिकारी तैनात
दिल्ली में अस्पतालों के मरीजों को भर्ती ना करने की खबरें भी आ रहीं थी, जिसके चलते दिल्ली सरकार ने हेल्प डेस्क शुरू की है । दिल्ली में राज्य सरकार के अधीन आने वाले सभी 28 अस्पतालों में हेल्प डेस्क पर 24 घंटे मरीजों की सहायता के लिए सरकारी कर्मचारियों को तैनात किया गया है । हर हॉस्पिटल में चार कर्मचारियों को मरीजों की सहायता के लिए तैनात किया गया है । हेल्प डेस्क में 12-12 घंटे की दो शिफ्ट होगी, हर शिफ्ट में दो-दो अधिकारियों की तैनाती की गई है । अस्पतालों में नाइट शिफ्ट के दौरान एक कॉन्स्टेबल को भी तैनात किया जाएगा । हेल्प डेस्क की ये भी जिम्मेदारी होगी कि वह अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को बिना तकलीफ के भर्ती कराए ।