गुजरात में दिलचस्प हुआ राज्यसभा चुनाव, 1 वोट से फंसी है कांग्रेस की दूसरी सीट!

गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव साटव ने कहा कि हमने राज्यसभा चुनाव के लिये पूरी तैयारी कर ली है।

New Delhi, Jun 08 : गुजरात में होने वाले राज्यसभा चुनाव दिलचस्प मोड़ पर पहुंच चुका है, गुजरात कांग्रेस से लगातार विधायकों के इस्तीफे का दौर जारी है, बावजूद इसके पार्टी के हौसले बुलंद हैं, गुजरात कांग्रेस ने दावा किया है, कि राज्यसभा चुनाव में उनकी दो सीटें पक्की होती दिख रही है, उनके मुताबिक कांग्रेस को दूसरी सीट के लिये सिर्फ एक वोट की जरुरत है, हालांकि ये कैसे संभव होगा, इस बारे में पार्टी ने बताने से इंकार कर दिया है।

Advertisement

राज्यसभा चुनाव की तैयारी पूरी
गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव साटव ने कहा कि हमने राज्यसभा चुनाव के लिये पूरी तैयारी कर ली है, हमारे कुछ विधायकों ने चुनाव से पहले ही पार्टी का साथ छोड़ दिया है, इसके बावजूद कांग्रेस राज्यसभा चुनाव में दो सीटों पर कब्जा करेगी, उन्होने ये भी कहा कि दूसरी सीट के लिये अब उन्हें सिर्फ एक वोट की आवश्यकता है।

Advertisement

रणनीति का हिस्सा
राजीव साटव ने कहा कि हम नंबर पर इसलिये चर्चा नहीं कर रहे हैं, क्योंकि ये हमारी रणनीति का हिस्सा है, हालांकि उन्होने इस दौरान 2017 राज्यसभा चुनाव में अहमद पटेल केस का उदाहरण दिया, उन्होने बताया कि हम संख्याबल पर काम कर रहे है, बेकार नहीं बैठे हैं, हमारी पूरी रणनीति है, और हम दो सीटें जीतेंगे।

Advertisement

विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप
आपको बता दें कि कांग्रेस ने सत्ताधारी बीजेपी पर विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है, पिछले दिनों ट्वीट करते हुए कांग्रेस ने कहा था कि गुजरात में बीजेपी सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकने में सफल नहीं हो सकी थी, लेकिन विधायकों के खरीद-फरोख्त पर उसका पूर्ण नियंत्रण है, क्या कोई सरकार या कोई पार्टी इस स्तर पर भी पहुंच सकती है।

क्या है गुजरात में राज्यसभा का गणित
राज्यसभा का चुनावी गणित समझे तो विधानसभा में बीजेपी के 103 विधायक हैं, जबकि एनसीपी से एक और बीटीपी के 2 विधायकों का समर्थन बीजेपी के पास है, यानी कुल 106 विधायक बीजेपी के खेमे में हैं, कांग्रेस के पास 73 विधायक थे, जबकि निर्दलीय जिग्नेश मेवाणी को जोड़ लेने के साथ 74 होते हैं, लेकिन 8 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, यानी कांग्रेस के सिर्फ 65 विधायक रह गये हैं, मेवाणी को जोड़ने के बाद विधायकों की संख्या 66 होती है, ऐसे में दो सीटें कांग्रेस के पक्ष में जाना मुश्किल लग रहा है।