महिला ऑटो ड्राईवर को सलाम, कोरोना से उबरे मरीज़ को 100 किमी. दूर पहुंचाया घर, सरकार से नकद ईनाम

कोरोना मरीज की मदद करने के लिए एक महिला ऑटो ड्राईवर ने एक नेक काम कर राज्‍य के मुख्‍यमंत्री तक का दिल जीत लिया । इस बुरे समय में ऐसी अच्‍छी खबर सुकून देती है ।

New Delhi, Jun 13: कोरोना संकट काल में ऐसा लग रहा है कि इंसानियत वापस लौट रही है । मानवता का पाठ भूल चुके लोग एक बार फिर एक दूसरे की परवाह करने लगे हैं । लोगों ने दूर होकर भी पास रहने का पाठ सीख लिया है । एक दूसरे की मदद करनी सीख ली है । ये खबर है निस्‍वार्थ भाव से मदद की मिसाल बनी एक महिला ऑटो ड्राईवर की, जिन्‍होने कोराना वायरस से उबरी एक मरीज को उसके घर पहुंचाने के लिए ना दिन देखा ना रात । 100 किमी् ऑटो चलाकर उन्‍हें घर पहुंचाकर ही दम लिया ।

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मणिपुर के मुख्‍यमंत्री ने दिया ईनाम
ये घटना मणिपुर की है, जब खबर मुख्‍यमंत्री के कानों तक पहुंची तो उन्‍होने महिला ऑटो ड्राईवर को सम्‍मानित करने का मन बताया । श्रीमति लैबी ओएनम नाम की इस महिला को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने 1 लाख 10 हजार रुपए का नकद ईनाम दिया । मुख्‍यमंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी ।

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मुख्‍यमंत्री का ट्वीट
मणिपुर के मुख्‍यमंत्री ने ट्वीट के साथ दो तस्‍वीरें भी शेयर की हैं । उन्‍होने लिखा –, पानगेई की एक महिला ऑटो ड्राईवर श्रीमती लैबी ओइनम को 1 लाख 10 हजार का नकद ईनाम और सम्‍मान देकर आज बहुत खुश हूं । इन्‍होने JNIMS से डिस्‍चार्ज हुई एक लड़की की 31 मई की रात को मदद की और 8 घंटे का कठिन सफर तय कर उसे उसके घर कामजोंग पहुंचाया । ये महिला खुद से पहले सेवा भाव का उदाहरण हैं ।

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क्‍या है पूरा मामला?
दरअसल घटना 31 मई की है, जब कोविड-19 से उबरी एक महिला को अस्‍पताल की ओर से तो डिस्‍चार्ज कर दिया गया , लेकिन अस्‍पताल ने उन्‍हें उनके घर जो कि इम्‍फाल से 100 किमी. की दूरी पर है, वहां पहुंचाने से इनकार कर दिया । ऐसे में लैबी नाम की ऑटो ड्राईवर लड़की के लिए मदद बनकर आईं । उन्‍होने इंफाल से युवती को घर कमजोंग पहुंचाने के लिए 31 मई की रात को 8 घंटे तक ऑटो चलाया । ऐसी महिला को एक सलाम तो बनता है ।

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