भारत-चीन पर विपक्ष के प्रलाप को कुमार विश्‍वास की दो टूक, बोले PM मोदी को फिर कभी घेर लेना, अभी …

भारत-चीन सीमा विवाद सोमवार को हिंसक झड़प में तब्‍दील हो गया और देश ने अपने 20 जवानों को खो दिया । मामले में विपक्ष सरकार पर हमलावर है ।

New Delhi, Jun 17: कोरोना महामारी के बीच ऐसी कई घटनाएं हो रही हैं जो दिल दहला रही हैं । सोमवार रात को भारत-चीन सीमा पर जो हिंसक झड़प हुई और परिणामस्‍वरूप देश के वीर सपूतों ने अपनी जान गंवा दी, उसने देश के दिल में गुस्‍सा भर दिया है । चीन की इस चालबाजी, धोखेबाजी ने एक बार फिर साबित किया है कि उस पर कोई भरोसा नहीं किया जा सकता है । इस पूरे मामले पर राजनीति भी तेज है, विपक्ष पूरी तरह से फ्रंट फुट पर आ गया है, सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठ रहे हैं । लेकिन इस बीच कविराज कुमार विश्‍वास ने देशवासियों से एकजुट होने की अपील की है ।

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कुमार विश्‍वास ने किया ट्वीट
कुमार विश्‍वास ने भारत चीन सीमा पर हुई इस हिंसक झड़प में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा – ‘हम सब ग़ुस्से में हैं ,हम सब चिंतित हैं,हम सब बेचैन हैं लेकिन इस उत्तेजना के बीच कुछ भी अनर्गल बोलने-लिखने बोलने से पहले उन परिवारों के बारे में भी सोचिए जिनके बेटे हमारी-आपकी रक्षा के लिए आज शहीद हुए हैं @adgpi पूरा देश आपके साथ है,हमें आप सब पर पूरा भरोसा व बेहद गर्व है।‘

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विरोध पर हमला
कुमार ने अपने अन्‍य ट्वीट में लिखा – ‘हे नेताओं-पार्टियों-समर्थकों के नेता @narendramodi का विरोध करना आपका लोकतांत्रिक अधिकार है,पहले भी किया हैं बाद में भी कर लेना। पर इस वक़्त दुश्मन को दरार दिखाना देश के ख़िलाफ़ है ! इस वक्त तो चीन के ख़िलाफ़ पूरा देश अपनी सेना @pmo @DefenceMinIndia के साथ होना चाहिए।’ कुमार विश्वास ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है- ‘प्यारे देशवासियों, देश हर तरह की चुनौतियों से मुखातिब है।. ऐसे कठिन समय में अपनी-अपनी निजी मान्यताओं और एजेंडों को अलग रखकर गंभीरता से केवल और केवल देश के हित के साथ रहिए। उत्तेजना व हल्केपन से बचिए (साथ ही यह भी सदैव याद रखिए- ‘नंद मगध नहीं है’)।

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विपक्ष है हमलावर
गौरतलब है कि 15-16 जून की रात में लद्दाख की गालवान वैली में चीन और भारतीय सेना के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए । चीनी सेना को भी भारी क्षति पहुंची है । मामले में विपक्ष इसे सरकार की विदेश नीति की बड़ी चूक बता रहा है, सवाल पूछे जा रहे हैं कि आखिर ऐसा क्‍यों हो गया । 50 सालों की शांति इस झड़प के कारण भंग हुई है, बड़ी मात्रा में हमारे जवान शहीद हुए है, सरकारी तंत्र की बड़ी चूक है । मोदी सरकार जवाब दे ।

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