भारत-चीन टेंशन पर अमेरिका ने चीन को सुनाई दो टूक, दिया इंडिया का साथ

लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद अमेरिका की ओर से बड़ा बयान आया है ।

New Delhi, Jun 20: भारत-चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए । देश की सेना को इतनी बड़ी क्षति पहुंचाने वाले चीन को लेकर गुस्‍सा है । इस बीच  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मामले पर एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी, वहीं अमेरिका ने भी इस मुद्दे पर भारत का साथ दिया है । और चीन को हद में रहने की हिदायत दी है ।

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अमेरिका के विदेश मंत्री का बयान
भारत- चीन तनाव पर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो का बड़ा बयान आया है । पॉम्पियो ने दो टूक शब्‍दों में कहा कि – चीन दुनिया को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है । चीनी हमले में भारतीय सैनिकों की शहादत पर हमें दुख है, हम भारत के साथ खड़े हैं । वहीं अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक ने भी शुक्रवार को कहा था कि भारतीय सीमा समेत कई मोर्चों पर चीन द्वारा की जा रही हरकतों से ऐसा लगता है कि वो फायदा उठाने की कोशिश में है ।

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चीन चालबाजी ना करे …
राजनयिक ने कहा था कि बीजिंग को ये लगता है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण विश्व का ध्यान भटका है और वह उसका फायदा उठा सकता है । पूर्वी एशियाई एंव प्रशांत मामलों के लिए सहायक विदेश मंत्री डेविड स्टिलवेल ने यह भी कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का प्रशासन भारत-चीन की स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है । स्टिलवेल ने कल कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए पत्रकारों से बातचीत की । उन्‍होने कहा कि चीन की भारत में हालिया कार्रवाई उसकी डोकलाम सहित भारतीय सीमा पर पहले की गई गतिविधियों की तरह ही है ।

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धोखे में ना रहे चीन
स्टिलवेल ने स्‍पष्‍ट तौर पर कहा –  ‘‘ कई मोर्चों पर चीन द्वारा ऐसा करने के पीछे वजह यह हो सकती है कि बीजिंग को ऐसा लगता है कि अभी दुनिया का ध्यान भटका हुआ है और वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से उबर रही दुनिया का पूरा ध्यान लोगों की जान बचाने पर है, इस मौके को उसने फायदा उठाने के एक अवसर के तौर पर देखा होगा।’’ जब उनसे पूछा गया कि चीन अपने पड़ोसी मुल्‍कों के साथ ऐसा क्‍यों कर रहा है, उन्होंने कहा, ‘‘ मैं इस पर सरकार का आधिकारिक रुख स्पष्ट नहीं कर रहा हूं लेकिन सार्वजनिक तौर पर उसके द्वारा ऐसा करने के कई स्पष्टीकरण मौजूद हैं।’’ स्टिलवेल ने ये साफ कर दिया है कि अमेरिका भारत-चीन सीमा विवाद पर करीबी नजर रखे हुआ है ।

यूएस एंबेसी ने किया था ट्वीट
आपको बता दें पिछले दिनों हुई हिंसक झड़प के बाद अमेरिकी दूतावास ने भारतीय सैनिकों की शहादत पर शुक्रवार को शोक us व्यक्त किया । कहा कि वीर जवानों की वीरता को भुलाया नहीं जा सकेगा । इसके साथ ही फ्रांस के राजदूत, एमैनुएल लेनिन ने भी सैनिकों की शहादत पर शोक प्रकट किया । उन्‍होने ट्वीट किया – “भारत के लोगों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है और पिछले कुछ दिनों में कर्तव्य निभाते emanual हुए अपने जीवन का बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों के शोकसंतप्त परिवारों के प्रति हमारी सहानुभूति है।”

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