गलवान घाटी की सैटेलाइट तस्‍वीरों ने खोली चीन की पोल, हिंसक झड़प से पहले रची गई थी साजिश, Photos

लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प चीन की सोची समझी साजिश थी । जिसका सुबूत मिला है घाटी की सैटेलाइट तस्‍वीरों में ।

New Delhi, Jun 22: भारत और चीन के बीच हुई झड़प के बाद हाल ही में गलवान घाटी की कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं। ये तस्वीरें स्‍पष्‍ट कर रही हैं कि चीन ने गलवान घाटी  में अपनी गतिविधियां बहुत समय पहले से ही तेज की हुई थीं । इन तस्वीरों को देख पहला सवाल तो यही उठता है कि क्या चीन लद्दाख की घटना को पहले से अंजाम देने की तैयारियों में जुटा हुआ था ? आपको बता दें  गलवान घाटी भारत के लिए अहम इसलिए भी है क्‍योंकि ये अक्साई-चीन से सटी हुई है। ये तस्‍वीरें अर्थ-इमेजिंग कंपनी प्लैनेट लैब्स की ओर से ख्‍रंची गई हैं ।

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चौंकाने वाली तस्‍वीरें
एक्सपर्ट्स के मुताबिक तस्वीरों से स्‍पष्‍ट है कि चीन गलवान घाटी में ये साजिश पहले से रच रहा था । इलाके में उसकी गतिविधिया तेज हैं, घाटी के रास्ते चौड़े किये जा रहे हैं साथ ही ऐसा लग रहा है जैसे नदी पर पुल का निर्माण भी हो रहा है । तस्‍वीरों में ऐसे निशान दिखाई दे रहे हैं जिनसे लग रहा है कि चीन ने इस इलाके में बुल्डोजर भी तैनात किये थे । ऐसे में चीन की मंशा से इनकार नहीं किया जा सकता ।

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तस्‍वीरों को लेकर बयान
इन सैटेलाइट तस्वीरों को लेकर कैलिफोर्निया के मिडलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में ईस्ट एशिया नॉन प्रोलिफरेशन प्रोग्राम के निदेशक ने कहा, ”ऐसा लगता है कि चीन यहां की नदी पर डैम बनाने या उसके पानी को रोकने का काम कर रहा है।

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भारत के 20 जवान हुए शहीद
आपको बता दें पिछले दिनों ही इस घाटी में भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए हैं । दोनों देश के बीच हुआ ये संघर्ष 1967 के बाद से सबसे गंभीर बताया जा रहा है । रिपोर्अ के अनुसार लद्दाख के इस इलाके में मई की शुरुआत से ही दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। हालांकि, चीन लद्दाख हिंसा को लेकर लगातार कह रहा है कि भारत के आरोप बेबुनियाद है ।

भारतीय सेना जिम्‍मदेार
चीन के मुताबिक पश्चिमी हिमालय में स्थित लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के लिए भारतीय सेना जिम्मेदार है। आपको बता दें भारत और चीन के बीच 4,056 किलोमीटरयानी करीब 2,520 मील की सीमा पश्चिम में ग्लेशियरों, बर्फीले रेगिस्तानों और नदियों से होते हुए पूर्व के घने जंगलों तक जाती है।जहां इन दिनों चीन किसी भी हाल में अनैतिक गतिविधियों को अंजाम देने की कोशिशों में जुटा है ।