बेटी आलिया भट्ट के बचाव में मां सोनी राजदान, Nepotism पर सवाल करने वालों से पूछ डाली बड़ी बात
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में परिवारवाद की बहस तीखी हो गई, अब आलिया की मम्मी ने इसके विरोध में बात कर रहे लोगों पर तीखा वार किया है ।
New Delhi, Jun 24: बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद, परिवारवाद पर बहस लंबी होती जा रही है । सोशल मीडिया पर लगातार स्टार किड्स को ट्रोल किया जा रहा है, उन्हें नेपो किड्स कहा जा रहा है । सोनम कपूर और सोनाक्षी सिन्हा ने ट्रोलर्स से तंग आकर सोशल मीडिया पर कुछ समय तक ना रहने का फैस्ला तक कर लिया है, लेकिन आलिया भट्ट, जो करण जौहर के कारण इस ट्रोलिंग की सबसे ज्यादा शिकार हो रही हैं, उनकी ओर से उनकी मम्मी का बयान आया है । मम्मी सोनी राजदान ने फिल्ममेकर हंसल मेहता के ट्वीट का समर्थन किया और बड़ी बात लिखी है ।
सोनी राजदान का ट्वीट
सोनी राजदान ने ट्वीट किया – ‘किसी चर्चित शख्सियत का बेटा या बेटी होने पर लोगों को आपसे उम्मीदें भी बहुत ज्यादा होती हैं । यह भी है कि आज जो भाई-भतीजावाद के बारे में बोल रहे हैं उनके खुद के भी एक दिन बच्चे होंगे और अगर वे इंडस्ट्री में शामिल होना चाहते हैं तो क्या वे उन्हें ऐसा करने से रोकेंगे?’ सोनी के इस ट्वीट पर हंसल मेहता ने समर्थन करते हुए लिखा – ‘कुछ लोगों को निशाना बनाते हुए बहस को छोटा कर दिया गया है । भाई-भतीजावाद खत्म होने से पहले हमें पाखंड और निहित स्वार्थ प्रचार को कम करने की दिशा में काम करना चाहिए । बुली करना बंद होना चाहिए।’
हंसल मेहता ने उठाई आवाज
इससे पहले फिल्म निर्देशक हंसल मेहता ने ट्वीट कर लिखा था कि – ‘नेपोटिज्म की इस बहस को और ज्यादा व्यापक होना चाहिए । मेरिट सबसे ज्यादा देखी जाती है । मेरे बेटे को दरवाजे के भीतर कदम रखने दिया गया मेरी वजह से, और क्यों नहीं । लेकिन वो सर्वश्रेष्ठ काम का अहम हिस्सा रहा है क्योंकि वो टैलेंटेड है, डिसिप्लिन है, मेहनती है और उसमें भी मुझे जैसे गुण हैं । इसलिए नहीं कि वह मेरा बेटा है ।’
‘करियर तब बनेगा, जब बेटा सर्वाइव करेगा’
उन्होने एक और ट्वीट कर लिखा – ‘वो फिल्में इसलिए नहीं बनाएगा क्योंकि मैं उन्हें प्रोड्यूस करूंगा । बल्कि इसलिए बनाएगा क्योंकि वो उन्हें डिजर्व करता है । वो अपना करियर सिर्फ तब बना पाएगा अगर वो सर्वाइव कर सकेगा । अंततः वह खुद अपना करियर बनाने वाला है न कि उसके पिता । मेरी छाया उसका सबसे बड़ा फायदा हो सकती है तो सबसे बड़ा नुकसान भी ।’