गलवान घाटी में फिर चीन की धोखेबाजी, जहां हुई थी हिंसक झड़प वहीं देखे गए उसके टेंट – सूत्र
चीन नहीं मानने वाला, उसकी पैंतरेबाजी का हल भारत को निकालना ही होगा । दरअसल खबर है कि जिस घाटी में हिंसक झड़प हुई थी और वहां से उसे हटने को कहा गया था, वहां चीन के टैंट फिर नजर आने लगे हैं ।
New Delhi, Jun 25: चीन और भारतीय सैनिकों के बीच पिछले दिनों गलवान घाटी में जो हिंसक झड़प हुई उसके बाद से ही हालाता लगातार तनाव पूर्ण हैं । दोनों देशों के बीच रक्षा स्तर पर तमाम बैठकों के बाद चीन पीछे हटने को तैयार हो गया था । लेकिन अब एक बार फिर चीन पलटी मार रहा है गलवान घाटी में फिर कुछ सुबूत मिले हैं जिससे साफ लग रहा है कि चीन फिर नई चाल चलने की तैयारी कर रहा है ।
गलवान घाटी में नजर आए टेंट
दरअसल सूत्रों के हवाले से मीडिया में ये खबर आई है कि गलवान घाटी में हिंसा वाली जगह पर चीन ने टेंट लगा दिए हैं । ठीक वहीं, जहां भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिसंक झड़प हुई थी, वहां चीन ने फिर से अपने टेंट लगा दिए हैं । बताया जा रहा है गलवान घाटी के पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 पर ये टेंट लगाए गए हैं । ये वही जगह है जहां पर दोनों देशों के सैनिक आपस में भिड़ गए थे ।
तनाव घटाने की कोशिशें व्यर्थ
सूत्रों के हवाले से आ रही ये खबर अगर सत्य है तो पिछले दिनों हुई भारत की सारी कोशिशें व्यर्थ कही जा सकती हैं । चूंकि इस घटना के बाद दुनिया को यही दिखाया गया कि तनाव घटाने के प्रयास भारत ही नहीं चीन भी कर रहा है । लेकिन गलवान घाटी की नई तस्वीरें बता रही हैं कि एक बार फिर चीन अपने वादों से मुकर गया है । चीन की हरकत तनाव बढ़ा सकती है ।
धोखेबाज है चीन !
चीन की कथनी और करनी में अंतर हमेशा ही रहा है । दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बुधवार को ही करीब ढाई घंटे की बैठक हुई है । इस बैठक में चीन ने वादा किया कि वह लद्दाख घाटी में डिसइंगेजमेंट के प्लान पर काम करने के लिए सहमत है । चीन ने तनाव घटाने के लिए कदम उठाए जाने की बात पर सहमति भी जताई । दोनों देशों के बीच 5 जून को भी संयुक्त सचिव स्तर की बातचीत हुई थी । 6 जून को चुशूल में सैन्य कमांडर स्तर की बातचीत हुई । इसके बाद सोमवार को ही दोनों देशों के कोर कमांडर्स की मैराथन बैठक के बाद चीन की ओर से डिसइंगेजमेट का फैसला लिया गया । लेकिन उस जगह पर फिर से चीन के टेंट दिखना, एक बार फिर उसकी चालबाजी की ओर इशारा कर रहा है ।