चौथी पास इस शख्‍स ने पूरे परिवार को बनाया अफ़सरों का घराना, एक घर से IAS, IPS समेत 11 अफ़सर

मिलिए भारत के एक ऐसे परिवार से जिसमें लगभग हर सदस्‍य फर्स्‍ट क्‍लास ऑफिसर हैं । इस परिवार के मुखिया ने शिक्षा के मायने समझे और अपने पूरे परिवार को एक मिसाल बना दिया ।

New Delhi, Jul 01: देश में एक परिवार ऐसा भी है जहां IAS और IPS समेत 11 फर्स्ट क्लास ऑफिसर मौजूद हैं । हरियाणा से आने वाली ये फैमिली अफसरों की फैमिली कहलाती है । हरियाणा के जींद जिले के गांव डूमरखां कलां के इस परिवार की सफलता का क्रेडिट जाता है चौधरी बसंत सिंह श्योंकद को, जो खुद तो चौथी पास थे लेकिन उन्‍होने ना सिर्फ शिक्षा की ताकत को समझा बल्कि अपने पूरे परिवार को भी इस लायक बनाया कि वो सफलता के सबसे ऊंचे मुकाम तक पहुंच सके ।

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99 वर्ष के बसंत सिंह अब नहीं रहे
चौधरी बसंत सिंह श्योंकद इसी साल के मई महीने में दुनिया को अलविदा कह गए, वो 99 वर्ष के थे । उनके बारे में कहा जाता है कि वो बहुत कम पढ़े-लिखे थे लेकिन उनकी दोस्ती हमेशा बड़े अफसरों से रही । उन्होंने उन्‍हें देखा और अपने बच्चों को आगे बढ़ने की शिक्षा दी । इस क्षेत्र में खूब तरक्‍की करने के गुर सिखाए । बसंत सिंह के बेटे-बेटी, बहु और पोती भी अफ़सर हैं ।

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परिवार में अफसर ही अफसर
बसंत सिंह के चारों बेटे क्लास वन के अफ़सर हैं, जबकि बहु और पोता आईएएस हैं । इसके साथ ही  उनकी बड़ी पोती आईपीएस है , तो एक आईआरएस अफसर है । मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बसंत सिंह के बड़े बेटे रामकुमार श्योकंद कॉलेज के रिटायर्ड प्रोफेसर हैं, जिनका बेटा यशेंद्र आईएएस है और बेटी स्मिति चौधरी अंबाला में बतौर रेलवे एसपी तैनात हैं । वहीं स्मिति के पति बीएसएफ में आईजी हैं ।

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लंबी है लिस्‍ट
इस लिस्‍ट में उनके दूसरे बेटे हैं जो कि कॉन्फेड में जीएम थे और उनकी पत्नी डिप्टी डीइओ रही हैं । यह लिस्ट बहुत लम्‍बी है, सिर्फ बहु-बेटे ही नहीं उनके पोता-पोती सभी किसी न किस बड़े सरकारी पद पर काम कर रहे हैं । बसंत सिंह के लिए इससे ज्‍यादा गर्व की बात और क्‍या हो सकती थी कि उन्‍होने अपने पूरे परिवार में शिक्षा की ऐसी अलख जगाई, जिसके महत्‍व को परिवार ने समझा और अपने पिता, दादा का सपना पूरा कर दिखाया । बसंत सिंह अब भले जीवित ना हों लेकिन उनके सदकर्म उनकी पीढि़यों के बीच हमेशा याद किए जाएंगे ।