अमर दुबे के बाद विकास दुबे के 2 और साथी ढेर, कानपुर में प्रभात-इटावा में रणबीर का एनकाउंटर  

8 पुलिसवालों की हत्‍या के आरोपी विकास दुबे को पुलिस पाताल से भी निकाल लाएगी, मामले में अब दुबे के दो और साथियों को मार गिराया गया है ।

New Delhi, Jul 09: कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी हिस्‍ट्रीशीटर विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला और प्रभात मिश्रा को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है । प्रभात मिश्रा पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश कर रहा था तो वहीं रणबीर शुक्‍ला ने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था । दोनों ही विकास दुबे के बेहद करीबी थे ।

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फरीदाबाद से पकड़ा गया था प्रभात मिश्रा
पुलिस एनकाउंटर में मारे गए प्रभात मिश्रा को पुलिस ने फरीदाबाद के एक होटल से गिरफ्तार किया था । बताया गया कि प्रभात पुलिस की कस्टडी से भाग रहा था, जिसके बाद एनकाउंटर में वो मारा गया । वहीं इटावा में विकास दुबे के करीबी रणबीर शुक्ला को भी मार गिराया गया है । पुलिस ने जानकारी दी है कि रणबीर शुक्ला ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर कार लूटी थी, उसके साथ 3 और बदमाश थे । पुलिस को लूट की खबर मिलते ही त्‍वरित कार्रवाई हुई और चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया गया ।

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एनकाउंटर में ढेर
इस बीच पुलिस और रणबीर शुक्ला के बीच गोलीबारी शुरू हो गई । इसी  फायरिंग के दौरान रणबीर शुक्ला को ढेर कर दिया गया । हालांकि, उसके तीनों साथी भागने में कामयाब हो गए । जिसके लिए इटावा पुलिस up encounter ने आस-पास के जिले को अलर्ट कर दिया है । रणबीर शुक्ला भी ईनामी बदमाश था, उस पर पुलिस ने 50 हजार का ईनाम रखा हुआ था । कानपुर शूटआउट में वो भी अहम आरोपी था ।

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प्रभात मिश्रा ने भागने की कोशिश की
आईजी मोहित अग्रवाल प्रभात मिश्रा एनकाउंटर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस की टीम प्रभात को लेकर फरीदाबाद Vikas Dubey6 से आ रही थी । रास्ते में उनकी गाड़ी पंचर हो गई,  इसी दौरान प्रभात ने पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की । जिसके बाद एनकाउंटर में प्रभात को मार गिराया गया । पुलिस के कुछ सिपाही भी घायल हुए हैं । पुलिस को फरीदाबाद के एक होटल में विकास दुबे के छिपे होने की खबर थी, लेकिन जब वहां रेड हुई तो प्रभात मिश्रा और दो और साथी पकड़े गए थे ।

हथियार बरामद
प्रभात मिश्रा के पास से पुलिस ने 4 असलहे बरामद किए है, इसमें 2 सरकारी थे, जिन्हें 2 जुलाई की रात को पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या के बाद उनसे छीना गया था । आपको बता दें इन दोनों से पहले पुलिस ने विकास दुबे के दाहिने हाथ अमर दुबे को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था । अमर दुबे को  हमीरपुर में मार गिराया गया, उस पर 50 हजार रुपये का इनाम था ।