12 बार लगी सरकारी नौकरी, लेकिन ‘बड़ा अफसर’ बनकर ही माना किसान का ये होनहार बेटा

लगन, मेहनत हो तो आसमान में भी सुराख संभव है, एक ऐसे शख्‍स के बारे में आपको बताते हैं जिन्‍होने इस बात को सच कर दिखाया ।

New Delhi, Jul 11: बात हो रही है चित्‍तौड़गढ़ के एसडीएम श्‍याम सुंदर बिश्‍नोई की, जो राजस्थान के बीकानेर जिले के खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र के गांव गुलुवाली के रहने वाले हैं । एक आम से घर से आने वाले श्याम सुंदर मेहनत और कामयाबी का दूसरा नाम हैं । अपने गांव के खेतों में काम करने वाले सामान्‍य घर के लड़के सुंदर के लिए राजस्थान प्रशासनिक सेवा का अधिकारी बनने का सफर आसान नहीं था, लेकिन जो मन में ठाना वो तमाम चुनौतियों के बाद भी करके दिखाया ।

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12 सरकारी नौकरी कर चुके हैं श्याम सुंदर बिश्नोई
वर्तमान में एसडीएम श्‍याम सुंदर बिश्‍नोई अब तक 12 बार सरकारी नौकरी में लग चुके हैं, कांस्टेबल सीआईडी (राजस्थान पुलिस), पटवारी, राजस्व मंडल,  शिक्षक ग्रेड तृतीय (सामाजिक विज्ञान), शिक्षक ग्रेड द्वितीय (अंग्रेजी), सब इंस्पेक्टर, राजस्थान पुलिस, अधिशासी अभियंता, नगर पालिका, स्कूल व्याख्याता (भूगोल), जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ), ग्राम सेवक, कॉपरेटिव इंस्पेक्टर,  असिस्टेंट प्रोफेसर (कॉलेज शिक्षा) के बाद आरएएस अधिकारी के तौर पर सेवाए दे चुके हैं ।

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गांव के सरकारी विद्यालय से प्राथमिक शिक्षा
श्याम सुंदर बिश्नोई ने गांव के सरकारी स्कूल से शुरुआती शिक्षा की, बीकानेर के महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय से स्नातक व भूगोल, इतिहास में एमए फिर बीएड भी किया । ये भूगोल विषय से नेट भी कर चुके हैं । सुंदर ने आरएएस परीक्षा 2016 में 14वीं रैंक हासिल की । आरएएस में यह इनकी चौथी कोशिश थी । श्‍याम सुंदर ने एक इंटरव्‍यू में बताया कि वो खुद भी पिता के साथ खेती करते थे । 2 भाई संदीप कुमार, पवन और एक बहन सुमित्रा है । छोटा भाई संदीप कुमार राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल है, जो वर्तमान में बीकानेर में तैनात है। दूसरा भाई पवन भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में जुटा है। उनके परिवार में कुल 21 लोग हैं जो सरकारी नौकरी में लगे हुए हैं ।

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सरकारी नौकरियों में मन नहीं लगा
श्याम सुंदर बिश्नोई का लक्ष्य हमेशा से अफसर बनने का था, लेकिन इस बीच कई प्रतियोगी परीक्षाएं भी देते रहे । ताकि खुद की तैयारी के स्तर को परख सकें । 2011 में कांस्टेबल से लेकर 2016 तक आरएएस अधिकारी के दौरान 12 बार सरकारी नौकरी लगी । अंतिम ज्वाइनिंग आरएएस अधिकारी के रूप में की, जिसमें अभी भी सेवाएं दे रहे हैं। लॉकडाउन में चित्तौड़गढ़ उपखंड अधिकारी पद काफी सुर्खियों में रहा, इस पद पर बिश्नोई से पहले आईएएस तेजस्वी राणा कार्यरत थीं।