देवेन्द्र फडण्वीस को लेकर बदले शिवसेना के सुर, तारीफ में पढे कसीदे
शिवसेना ने पूर्व सीएम फडण्वीस को राज्य के स्वास्थ्य सेवा, तथा डॉक्टरों पर भरोसा जताने के लिये धन्यवाद किया है, शिवसेना ने विपक्ष के नेता के तौर पर फडण्वीस के काम की तारीफ की है।
New Delhi, Jul 18 : महाराष्ट्र में इन दिनों आमतौर पर बीजेपी नेता शिवसेना के निशाने पर रहते हैं, खासकर विपक्ष के नेता तथा पूर्व सीएम देवेन्द्र फडण्वीस के खिलाफ शिवसेना नेता बयान देने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं, हालांकि अचानक से शिवसेना के सुर बदलते दिख रहे हैं, शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में देवेन्द्र फडण्वीस की जमकर तारीफ की है, लेख में फडण्वीस के उस बयान की प्रशंसा की गई है, जिसमें उन्होने पूर्व मंत्री गिरीश महाजन के कोरोना संक्रमित पाये जाने पर सरकारी या बीएमसी अस्पताल में भर्ती होने की इच्छा जताई थी।
फडण्वीस का भावनात्मक बयान
सामना के संपादकीय में लिखा गया है, कि देवेन्द्र फडण्वीस का एक भावनात्मक तथा दिल को छू लेने वाला बयान आया है, उन्होने अपने खास सहयोगी गिरीश महाजन से निवेदन किया, गिरीश अगर मुझे कोराना या कुछ भी हो जाए, तो एक काम करना, मुझे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराना, लेख में कहा गया है कि फडण्वीस की इस भावनात्मक अपील की वाहवाही के बजाय टीका-टिप्पणी हो रही है, खिल्ली उड़ाई जा रही है, ये ठीक नहीं है।
शुक्रिया फडण्वीस
लेख में शिवसेना ने पूर्व सीएम फडण्वीस को राज्य के स्वास्थ्य सेवा, तथा डॉक्टरों पर भरोसा जताने के लिये धन्यवाद किया है, शिवसेना ने विपक्ष के नेता के तौर पर फडण्वीस के काम की तारीफ की है, उन्होने आगे लिखा है, उनके राज्य का दौरा करने पर स्थानीय प्रशासन चौकन्नी हो जाती है, राज्य सरकार के काम में कमी या सुधार की जरुरत हो तो इस पर फडण्वीस बोलते हैं, जो विपक्ष का काम है, देवेन्द्र फडण्वीस एक अनुभवी नेता हैं, उन्हें सीएम और सरकार के काम के बारे में पता है, ये बहुत अच्छी बात है।
कर दी तारीफ
सामना में ये भी लिखा गया है कि देवेन्द्र फडण्वीस का हमेशा से ये कहना रहता है कि उन्हें सामना से कभी शाबाशी नहीं मिलती, लेकिन उनका ऐसा कहना अर्धसत्य है, फडण्वीस ने दावा किया था कि सीएम रहते हुए उन्होने कभी सामना नहीं पढा, इसलिये हो सकता है कि उनकी प्रशंसा के क्षण उन्होने गंवा दिये हो।