4 एसी, 12 पंखे, 25-30 लाइट, लेकिन बिल सिर्फ 450 रुपये, विकास दुबे के खिलाफ बिजली विभाग की…

विकास दुबे की इलाके में क्या दहशत थी, शायद बताने की जरुरत नहीं है, चौबेपुर पुलिस थाने से लेकर बाकी जगहों पर भी उसकी तूती बोलती थी।

New Delhi, Jul 19 : कानपुर शूटआउट के मुख्य आरोपी विकास दुबे के सामने बिजली विभाग भी नतमस्तक थी, उसके किलेनुमा कोठी में आधुनिक सुख-सुविधाओं के सारे साधन मौजूद थे, लेकिन बिजली कनेक्शन सिर्फ एक किलो वाट का ही था, उस पर भी मीटर नहीं लगाया गया था, और बिल का भुगतान ना के बराबर था, दरअसल विकास दुबे की दबंगई के आगे मीटर लगाने वाले तथा लोड चेक करने वाले की हिम्मत ही नहीं हुई, कि वो विकास के घर की चेकिंग करें, विकास की कोठी में 4 एसी, 2 फ्रिज, वाशिंग मशीन, 25 से 30 लाइट, 12 पंखे, 20 सीसीटीवी कैमरे समर्सिबल पंप लगा था।

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बिल सिर्फ 450 रुपये
विकास दुबे ने अपने बाथरुम तक में पंखे लगा रखे थे, उसे गर्मी बर्दाश्त नहीं होता था, सभी कमरों के एसी हमेशा चलते रहते थे, महीने में लाखों रुपये की बिजली फूंकी जाती थी, लेकिन बिल सिर्फ 450 रुपये आता था, बिजली विभाद के एसडीओ से जब इस बारे में बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होने फोन पर बताया कि विकास के घर पर एक किलो वाट कनेक्शन होने की जानकारी है, लोड क्यों नहीं बढाया गया, इस मामले में वो साफ जवाब देने के बजाय बहानेबाजी बताने लगे।

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गांव और आस-पास के इलाके में तूती बोलती थी
विकास दुबे की इलाके में क्या दहशत थी, शायद बताने की जरुरत नहीं है, चौबेपुर पुलिस थाने से लेकर बाकी जगहों पर भी उसकी तूती बोलती थी, vikas 56 उसके खिलाफ खड़े होने की हिम्मत किसी की नहीं होती थी, ऐसे में बिजली विभाग के कर्मचारी भी उसके खिलाफ एक्शन लेने की हिम्मत नहीं जुटा सके।

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गुर्गों के घर भी मीटर नहीं
इतना ही नहीं विकास के खास गुर्गों के घर पर भी मीटर नहीं लगा था, विकस के घर पर तमाम बिजली उपकरण चलने के सवाल पर एसडीओ ने कहा कि हो सकता है कि Vikas constable विकास इन्हें जनरेटर पर चलाता हो, जेई तथा दूसरे बिजली कर्मचारी लोड चेक करने क्यों नहीं गये, इसकी जानकारी मुझे नहीं है, अब गांव में टीम भेजकर सभी घरों में लोड तथा मीटर चेक किया जाएगा।