प्रियंका गांधी का बयान- ‘राम सबके हैं’, CM योगी की प्रतिक्रिया- ‘ये सद्बुद्धि पहले क्यों नहीं आई’

अयोध्‍या में आज राम मंदिर का भूमिपूजन किया गया, कार्यक्रम को लेकर सभी दलों के नेताओं ने ट्वीट किए । प्रियंका गांधी के एक बयान पर सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने प्रतिक्रिया दी है ।

New Delhi, Aug 05: श्री राम की जन्‍मभूमि अयोध्‍या में आज से रामलला के भव्‍य मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हो गया है । प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने चांदी की ईंट रखकर मंदिर का भूमि पूजन किया । आने वाले 3 से 4 सालों में मंदिर निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा और राम भक्‍त भगवान राम के दर्शन उनके भव्‍य मंदिर में कर पाएंगे । लंबी लड़ाई के बाद आज ये शुभ दिन आया । राम मंदिर को लेकर बीजेपी समेत सभी दलों के नेता आज सोशल मीडिया पर राम का गुणगान कर रहे हैं । कांग्रेस भी इनमें से एक है । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के एक ऐसे ही ट्वीट की चर्चा हो रही है, जिस पर सीएम योगी ने भी प्रतिक्रिया दी है ।

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प्रियंका गांधी का ट्वीट
कभी राम के अस्तित्‍व को नकारने वाली कांग्रेस आज राम में ना सिर्फ विश्‍वास की बात कर रही है, बल्कि राम सबके हैं का राग जप रही है । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने राम मंदिर को लेकर एक ट्वीट किया । उन्‍होने लिखा है – सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं। भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने। इस ट्वीट के साथ प्रियंका गांधी ने अपना एक वकतव्‍य भी जारी किया है ।

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सीएम योगी की प्रतिक्रिया
प्रियंका गांधी वाड्रा के ‘राम सबके हैं’ के बयान पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज तक से बातचीत में कहा कि राम सबके हैं, यह हम बहुत पहले से कहते आए हैं । यह सद्बुद्धि उस वक्त आनी चाहिए थी, जब यहां पर कुल लोगों के पूर्वजों ने रामलला की मूर्तियों को हटाने की कोशिश की थी । आखिर कौन लोग थे, जो अयोध्या में रामलला का मंदिर नहीं चाहते थे । सीएम योगी ने आगे कहा कि वो कौन लोग थे जो कह रहे थे कि हम गर्भगृह से 200 मीटर दूर शिलान्यास करेंगे । वहां पर कुछ नहीं होना है । विवादित ढांचे में कुछ नहीं करना है ।

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राम के नाम पर राजनीति नहीं की
उत्‍त्‍र प्रदेश के सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने आगे कहा कि हमने सबको जोड़ने का काम किया । हमने राम के नाम पर राजनीति नहीं की है । भगवान राम के मंदिर के लिए जिस निष्ठा से हम 1984 में जुड़े थे उसी निष्ठा से 2020 में भी जुड़े हुए हैं । लेकिन उन लोगों को सोचना चाहिए । आखिर 1949 में इनकी भावनाएं क्या थी । 1984 में क्या थी और 1992 में क्या थी । उसके बाद क्या थी । समय-समय पर वो सुप्रीम कोर्ट में जाते थे, ये लोग बोलते कुछ हैं और करते कुछ और हैं । हमने जो कहा वो किया । सीएम योगी ने आगे कहा – हमारा मानना है कि राम सबके हैं । सभी लोगों को राम के काज में सहयोग भी करना चाहिए । लेकिन राम के नाम पर समाज को बांटने की कोशिश नहीं करनी चाहिए ।