अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने टिकटॉक पर लगाया बैन, उधर गूगल ने भी चीन पर कर दी ऐतिहासिक कार्रवाई

अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने टिकटॉक पर बैन लगा दिया है, वहीं गूगल ने भी बड़ा कदम उठाते हुए महत्‍वपूर्ण फैसला ले लिया है । चीन को अरबों का झटका है ।

New Delhi, Aug 07: अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पिछले काफी समय से चीन को लेकर सख्‍त रुख अपनाए हुए है, भारत द्वारा चीन के एप्‍स पर प्रतिबंध का स्‍वागत करने वाले ट्रंप ने अब अपने देश में भी टिकटॉक पर बैन लगाने का आदेश दे दिया है । ट्रंप ने इस एप को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया । आदेशानुसार अमेरिका टिकटॉक चलाने वाली चीन की कंपनी बाइट डांस के साथ अगले 45 दिनों तक कोई कारोबार नहीं करेगी । ट्रंप का ये भी आरोप है कि टिकटॉक यूजर्स के डेटा चीन सरकार के साथ शेयर करती है ।

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देश की सुरक्षा के लिए खतरा है ये एप
कोविड 19 से बेहाल अमेरिका के राष्‍ट्रपति चीन से बेहद नाराज़ चल रहे हैं । वो कई बार चीन पर कोरोना फैलाने का आरोप लगा चुके हैं । एक हफ्ते पहले ही ट्रंप ने टिकटॉक को बैन करने के संकेत दे दिए थे, तब उन्होंने कहा था कि वो कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं । ट्रंप ने टिकटॉक के अलावा चीन की एक और एप WeChat  पर भी प्रतिबंध लगाने के आदेश दे दिए हैं । मामले में ट्रंप ने कहा –  ‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (चीन) में कंपनियों द्वारा विकसित और स्वामित्व वाली मोबाइल एप्लिकेशन से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अर्थव्यवस्था को खतरा बना रहता है।’ आपको बता दें अमेरिका में टिकटॉक के करीब 8 करोड़ यूजर्स हैं ।

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गूगल ने भी उठाया बड़ा कदम
वहीं गूगल ने भी चीन के खिलाफ बड़ा कदम उठाते हुए तगड़ा झटका दिया है ।  गूगल ने चीन के 2,500 से ज्यादा यूट्यूब चैनल्स को डिलीट कर दिया है । आरोप है कि इन चीनी यूट्यूब चैनल्स के जरिये जनता में भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही थी । इसकी जानकारी मिलने के बाद जांच हुई और वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर इन चीनी यूट्यूब चैनल्‍स को हटा दिया गया है । ये कार्रवाई अप्रैल और जून के बीच की गई है । गूगल की ओर से ये जानकारी उनके तिमाही बुलेटन में दी गई ।

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चैनलों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है
यूट्यूब की ओर से बताया गया है कि इन चैनल्स पर स्पैमी, नॉन-पॉलिटिकल कंटेंट पोस्ट किया जा रहा था । लेकिन इनमें राजनीति से जुड़ी कुछ बातेंभी थीं । गूगल ने इन चैनलों के नामों का खुलासा नहीं किया । कंपनी की ओर से बताया गया है कि ट्विटर पर भी ऐसी ही ऐक्टिविटी वाले वीडियो के लिंक शेयर किए गए है । अप्रैल में डिसइन्फॉर्मेशन कैंपेन के तहत सोशल मीडिया एनालिटिक्स कंपनी ग्राफिका ने इन चैनल्‍स की पहचान की थी ।